देहरादून। उत्तराखंड विधानसभा सत्र का आज दूसरा दिन है। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य सहित कांग्रेस विधायक मंगलवार को विधानसभा परिसर के गेट पर सत्र शुभारंभ होने से पहले प्रश्नकाल और यूसीसी बिल को जल्दबाजी में लाने के विरोध में सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन कर नारेबाजी की। कांग्रेस का कहना है कि लोक महत्व के विषयों को सरकार नजर अंदाज कर रही है। डबल इंजन की तानाशाही नहीं चलेगी। इस मौके पर कांग्रेस विधायक राज्य सरकार मुर्दाबाद के नारे लगाते रहे।
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने यूसीसी ड्राफ्ट पर कहा कि बिना देखे और पढ़े कुछ कहना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायकों को यूसीसी ड्राफ्ट पढ़ने के लिए पर्याप्त समय मिलना चाहिए। उस विधेयक में क्या-क्या बिन्दु हैं और खामियां क्या हैं? हमने यूसीसी को प्रस्तुत करने को कहा है, लेकिन यह नहीं किया गया। सरकार एक ही दिन में यूसीसी बिल को पास कराना चाह रही है। उन्होंने कहा कि लगभग 700 पृष्ठ का ड्राफ्ट एक दिन में कैसे पढ़ा जा सकता है?
उन्होंने कहा कि प्रश्नकाल विधायकों का अधिकार है। सरकार विधायकों के अधिकार को हनन करना चाह रही है। उन्होंने कहा कि कार्य संचालन नियमावली को संख्या बल के आधार पर दरकिनार कर रही है। वह नियमों को ताक पे रखकर सरकार सत्र का संचालन कर रही है। प्रश्नकाल चलेगा तो भाजपा सरकार की बिगड़ती कानून व्यवस्था सहित असली चेहरा सामने आ जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य सेवा जनहित के विषयों का हाल बुरा है।
विधायक भुवन कापड़ी ने कहा कि प्रश्नकाल चलाने की मांग सरकार से की गई लेकिन सरकार भाग रही है। भू-कानून सहित अन्य विषयों पर चर्चा की आवश्यकता है यह कब होगी। यूसीसी को जल्दी में लाने का सरकारी काम कर रही है।
विधायक सुमित हृदयेश ने कहा कि अनेक ज्वलंत विषयों पर विपक्ष आवाज उठाना चाहती है, लेकिन सरकार सुनना नहीं चाह रही है। सरकार पूरी तरह से तानाशाही रवैया अपना रही है। प्रश्नकाल को नहीं करा कर राज्य सरकार जनता के मुद्दों की अनदेखी कर रही है।