नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने पर्थ के मैदान पर अपने बल्ले का दमखम दिखाते हुए टेस्ट क्रिकेट में 30वां शतक जड़ दिया है। यह शतक इस साल का उनका पहला है, जो उनकी फॉर्म में शानदार वापसी का संकेत देता है। कोहली की इस पारी ने न केवल टीम इंडिया को मजबूती दी, बल्कि उनके आलोचकों को भी जवाब दिया, जो लंबे समय से उनके फॉर्म को लेकर सवाल उठा रहे थे।
यूपी में 13 आईपीएस बदले, बबलू कुमार को लखनऊ भेजा, कलानिधि नैथानी को डीआईजी मेरठ बनाया
कोहली की फॉर्म में वापसी भारतीय क्रिकेट टीम के लिए बेहद अहम है। आगामी चार टेस्ट मैचों में टीम मैनेजमेंट को उम्मीद होगी कि विराट इस लय को बरकरार रखते हुए भारतीय बल्लेबाजी क्रम की रीढ़ बने रहेंगे। उनके इस प्रदर्शन से टीम के बाकी खिलाड़ियों का मनोबल भी बढ़ेगा।
आरबीआई की एमपीसी बैठक 4 दिसंबर से, रेपो रेट में बदलाव की संभावना कम
विराट कोहली ऑस्ट्रेलिया की धरती पर इतिहास रचने के बेहद करीब हैं। अभी तक उन्होंने कंगारू सरजमीं पर 7 शतक बनाए हैं। अगर वह अगले चार टेस्ट मैचों में तीन और शतक बनाने में सफल रहते हैं, तो वह ऑस्ट्रेलिया में सबसे ज्यादा शतक जमाने वाले विदेशी बल्लेबाज बन जाएंगे।
वर्तमान स्थिति में अर्थव्यवस्था बढ़ाने के लिए समान अवसर जरूरी : राहुल
इंग्लैंड के महान बल्लेबाज सर जॉन हॉब्स ने ऑस्ट्रेलिया में 9 शतक बनाए हैं, जो अब तक का सर्वाधिक रिकॉर्ड है। विराट कोहली इस सूची में फिलहाल दूसरे स्थान पर हैं और उनके पास हॉब्स का रिकॉर्ड तोड़ने का सुनहरा मौका है। क्रिकेट के इतिहास में अभी तक ऑस्ट्रेलिया की धरती पर किसी भी बल्लेबाज ने 10 टेस्ट शतक नहीं बनाए हैं।
पर्थ में विराट की इस शतकीय पारी ने उनकी काबिलियत और मानसिक मजबूती को एक बार फिर साबित कर दिया है। उनकी इस पारी में क्लास, धैर्य, और आक्रामकता का शानदार मिश्रण देखने को मिला। उनकी फॉर्म में वापसी भारतीय क्रिकेट टीम के लिए आने वाले सीरीज में बड़ी भूमिका निभा सकती है।
अगर विराट कोहली अपने मौजूदा फॉर्म को अगले चार टेस्ट में भी बरकरार रख पाते हैं, तो यह न केवल व्यक्तिगत स्तर पर उनके लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी, बल्कि भारतीय क्रिकेट के इतिहास में भी एक नया अध्याय जोड़ेगी। विराट की यह दौड़ न केवल उनके प्रशंसकों बल्कि क्रिकेट के दिग्गजों की भी नजरों में बनी हुई है।