नोएडा। धूम्रपान निषेध दिवस” (नो स्मोकिंग डे) के उपलक्ष में बृहस्पतिवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बिसरख पर तम्बाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ और शारदा विश्वविद्यालय के मनोचिकित्सक विभाग की ओर से निशुल्क शिविर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर आशा कार्यकर्ताओं के लिए गोष्ठी का आयोजन किया गया और लोगों को धूम्रपान से होने वाले नुकसान के प्रति आगाह किया गया।
गोष्ठी में जिला तम्बाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ की प्रभारी डॉ. श्वेता खुराना ने कहा कि आशा कार्यकर्ता गृह भ्रमण करतीं है। वह इस दौरान घर-घर जाकर यह संदेश दें कि तम्बाकू का किसी भी रूप में सेवन हानिकारक है। उन्होंने बताया कि धूम्रपान न केवल सेवन करने वाले के लिए हानिकारक है बल्कि पास में बैठे व्यक्ति के लिए भी हानिकारक है। उन्होंने कहा महिलाओं को विशेषकर गर्भवती को धूम्रपान से बचना चाहिए, यह उनके और गर्भ में पल रहे शिशु के लिए घातक हो सकता है।
शारदा विश्वविद्यालय के छात्रों ने केंद्र पर आए लाभार्थियों को धूम्रपान के नुकसान बताने के लिए नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया। नाटक के माध्यम से धूम्रपान सहित नशीले पदार्थों के सेवन से होने वाली हानियों से अवगत कराया गया। सभी छात्रों ने हस्ताक्षर अभियान में प्रतिभाग किया और उन्हें तम्बाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ की ओर से सर्टिफिकेट दिए गए। कार्यक्रम में शारदा अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट आरएम शर्मा , डॉ. नज़रुल, डॉ. कुणाल, डॉ. परिका और प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. सचिन्द्र मिश्र उपस्थिति रहे।
गौरतलब है कि हर वर्ष 13 मार्च को धूम्रपान निषेध दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष की थीम “तम्बाकू नहीं, फल खाएं, सेहत सुरक्षित रखें” थी। बुधवार को तम्बाकू नियंत्रण के लिए जिला तम्बाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ की ओर से मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय तथा जिला संयुक्त चिकित्सालय में आने वालों को तम्बाकू से होने वाली हानियों जैसे गले का कैंसर, हृदय का कैंसर, मुख का कैंसर तथा हृदय रोग आदि के बारे में जागरूक किया गया। तम्बाकू का सेवन न करने के लिए हस्ताक्षर अभियान तथा शपथ ग्रहण कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया। आईटीएस डेंटल कालेज, ग्रेटर नोएडा में नुक्कड़ नाटक, हस्ताक्षर अभियान, गोष्ठी, शपथ ग्रहण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जनपद में संचालित स्वास्थ्य केन्द्रों पर इस अवसर पर हस्ताक्षर अभियान, गोष्ठी, तथा तम्बाकू की लत से पीड़ित व्यक्तियों को काउंसलिंग के माध्यम से जागरूक किया और तम्बाकू का सेवन न करने के लिए प्रेरित किया गया। जनपद के शैक्षणिक संस्थान में भी तम्बाकू नियंत्रण जागरूकता कार्यक्रम तथा शपथ ग्रहण कार्यक्रम का आयोजन करते हुए बच्चों को तम्बाकू से होने वाली हानियों के प्रति जागरूक किया गया।