लखनऊ। पेपर लीक माफिया व विधायक बेदीराम के खिलाफ लगातार सनसनीखेज खुलासे हो रहे है। जिसमें जौनपुर के हिस्ट्रीशीटर और पेपर लीक माफिया विधायक बेदीराम के खिलाफ गैंगस्टर कोर्ट ने अरेस्ट वारंट जारी किया है।
इस मामले की कोर्ट में सुनवाई चल रही है। कल गैंगस्टर कोर्ट ने इस आपराधिक मामले पर विधायक बेदीराम और विपुल दुबे समेत 19 के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी करते हुए 26 जुलाई की डेट निर्धारित की है। इस दिन आरोप तय किए जायें,साल 2006 में रेलवे भर्ती का पर्चा लीक करने के मामले में यूपी STF ने बेदीराम और उसके साथियों को सबूत के साथ गिरफ्तार किया था। पिछले 16 वर्षों से बेदीराम एंड गैंग ने इस मामले को कोर्ट में लटकाने और भटकाने में पूरी ताकत झोंक रखी है।
बता दें कि अभियोजन पक्ष के अनुसार 25 फरवरी 2006 को एसटीएफ ने पता लगाया कि अगले दिन होने वाली रेलवे ग्रुप-डी की परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक हुआ है। तफ्तीश कर रही एसटीएफ की टीम ने आलमबाग के एक मकान में छापा मार कर बेदीराम व उसके अन्य साथियों को प्रश्नपत्र सहित रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। मौके से बेदीराम के चचेरे भाई दीनदयाल उर्फ दीना सहित एक अन्य आरोपी भागने में सफल रहा।
एसटीएफ को कई वाहन सहित भर्ती प्रक्रिया में शामिल अभ्यर्थियों के मूल प्रमाणपत्र भी मिले थे। मामले के सभी अभियुक्तों के विरुद्ध एसटीएफ द्वारा थाना कृष्णानगर में गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करवाया गया था। गैंगस्टर एक्ट के विशेष अधिवक्ता लक्ष्मण प्रसाद दीक्षित के अनुसार कृष्णानगर थाने की पुलिस द्वारा कुल 19 आरोपियों के विरुद्ध आरोप पत्र दाखिल किया गया था।
न्यायालय ने आरोपी विधायक बेदीराम, दीनदयाल, शिव बहादुर सिंह, संजय श्रीवास्तव और अवधेश सिंह के दाखिल हाजिरी माफी के प्रार्थना पत्र को खारिज कर गैर जमानती वारंट जारी कर दिया। इसके साथ ही पहले से गैरहाजिर सभी अभियुक्तों के विरुद्ध भी गैर जमानती वारंट जारी किया गया है।