लखनऊ। अयोध्या में प्रभु श्रीराम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के निमंत्रण के बावजूद समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष के 22 जनवरी को न जाने वाले सुर्खियों के पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने विराम लगाते हुए बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा का आमंत्रण उन्हें मिला ही नहीं है। उन्होंने इसकी जानकारी की तो सच्चाई सामने आई कि हमें कोई न्योता नहीं मिला। कोरियर से भी कोई न्योता प्राप्त नहीं हुआ है।
यह बातें उन्होंने शुक्रवार को पार्टी मुख्यालय में स्वामी विवेकानंद जयंती पर कैलेंडर जारी करते हुए पत्रकारों से कही। उन्होंने कहा कि कैलेंडर में स्वामी जी के सिद्धांत और संघर्ष की गाथा है। विवेकानंद जी से पूरी दुनिया के लोग इंस्पायर हुए हैं। वे समाज को सुधारने के लिए हमेशा काम करते रहे। उनकी शिकागो की स्पीच को पूरी दुनिया मानती है। लोगों ने उसके उस भाषण का हर जगह जिक्र किया। मुझे ऐसे धर्म से होने पर गर्व है।
अखिलेश ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने दुनिया को सहिष्णुता, सार्वभौमिक स्वीकृति सिखाई है। हम न केवल सार्वभौमिक सहिष्णुता में विश्वास करते हैं बल्कि हम सभी धर्मों को सच्चा मानते हैं। मुझे ऐसे राष्ट्र से होने पर गर्व है। उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि उनका रास्ता स्वामी विवेकानंद का रास्ता नहीं है।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने जो रास्ता अपनाया है वह समाज को बांटने का है, टॉलरेंस का रास्ता नहीं है। जो शिक्षा स्वामी विवेकानंद ने दी यूनिवर्सल एक्सेप्टेंस की, वह रास्ता भाजपा का नहीं है। इसलिए आज के दिन जब हम स्वामी विवेकानंद को याद कर रहे हैं तो संकल्प लें कि उनके बताए हुए रास्ते पर चलने का काम करेंगे।
अखिलेश यादव ने कहा कि जिस रास्ते पर भारत की अर्थव्यवस्था को भाजपा ले गई है, आने वाले समय में नौकरी का सपना भूल जाइए। सोचिए कैसी अर्थव्यवस्था बन गई है हमारी। नौजवान जो पढ़ाई-लिखाई करके डिग्री हासिल कर चुके हैं, उन्हें डिलीवरी ब्वॉय की नौकरी मिल रही है। समाजवादियों की सरकार जब भी बनेगी तो उन्हें सम्मान का रोजगार देने का काम करेंगे।
उन्होंने कहा कि आयुष्मान में तो है ही घोटाला, सब सामने आया है। सरकार पूरी मदद नहीं करती। कैंसर इंस्टीट्यूट को बनकर तैयार हो जाना चाहिए था, गरीबों को फ्री इलाज मिलता। इस सरकार से आप कोई उम्मीद नहीं कर सकते। गारंटी उसी तरह की घंटी है जैसे कोरोना में आपसे ताली और थाली बजवाई थी।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि सरकार पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यकों (पीडीए) के साथ इसी तरह भेदभाव करने का काम करेगी। पूरा बजट डायवर्ट कर देंगे किसी शहर, किसी आयोजन की तरफ और हमारे पिछड़े दलित और अल्पसंख्यक भाइयों का बजट काटा जा रहा है, कम किया जा रहा है।