Tuesday, May 21, 2024

वेल्डर की बेटी सपना ने गोल्ड जीतकर रचा इतिहास

मुज़फ्फर नगर लोकसभा सीट से आप किसे सांसद चुनना चाहते हैं |

चेन्नई। बचपन में पदकों के प्रति जुनून ने चंडीगढ़ की सपना को खेलों की ओर आकर्षित किया और अब वह तमिलनाडु के चेन्नई में चल रहे खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2023 में जूडो खिलाड़ी के रूप में उस सपने को पूरा कर रही हैं।

सपना का सफर योग से शुरू हुआ और पांच साल पहले कुछ दोस्तों ने उन्हें जूडो में शामिल होने के लिए प्रेरित किया।

Royal Bulletin के साथ जुड़ने के लिए अभी Like, Follow और Subscribe करें |

 

सपना के नाम अब 12 मेडल हैं, जिसमें दूसरा खेलो इंडिया यूथ गेम्स का स्वर्ण भी है। जो उन्होंने रविवार को अंडर-40 किलोग्राम वर्ग में जीता।

सपना, जिनके पिता एक वेल्डर हैं और मां एक हाउसवाइफ हैं। उन्होंने कहा कि उनके माता-पिता को उनके खेल के बारे में कोई जानकारी नहीं है, लेकिन, उन्होंने कभी भी उन्हें किसी भी चीज के लिए नहीं रोका।

सपना ने कहा, “मैं पदकों के लिए पागल थी, चाहे खेल कोई भी हो। मैं केवल पदक जीतना चाहती थी। पास के स्कूल में मैंने कुछ बच्चों को योगा करते देखा और मैं भी उनके साथ शामिल हो गई। लेकिन, कुछ दिनों बाद मेरी वहां कुछ अन्य बच्चों से दोस्ती हो गई और उन्हें जूडो का प्रशिक्षण लेते हुए देखा। मुझे यह खेल तुरंत पसंद आया और मैंने इसे जारी रखने का फैसला किया… और इस तरह यात्रा शुरू हुई।”

12वीं कक्षा की छात्रा सपना के खेल के शुरुआती दिन कोविड-19 महामारी से प्रभावित थे, लेकिन उन्होंने प्रशिक्षण का एक भी दिन नहीं छोड़ा।

उन्होंने कहा, “हमारे प्रशिक्षक ऑनलाइन कक्षाएं लेते थे और हमें अपने प्रशिक्षण के छोटे वीडियो बनाने का काम सौंपा गया था। मैंने एक भी दिन का प्रशिक्षण नहीं छोड़ा। मुझे किसी तरह महसूस हुआ कि अगर मैं प्रशिक्षण के एक दिन भी चूक गई तो प्रतियोगिताओं के फिर से शुरू होने पर मैं पदक से चूक जाऊंगी। उस भावना ने मुझे और अधिक मेहनत करने के लिए प्रेरित किया।”

सपना ने पहली बार राष्ट्रीय कैडेट महिला लीग में सफलता का स्वाद चखा जब उन्होंने स्वर्ण पदक जीता। उसने तब से पीछे मुड़कर नहीं देखा। इस स्टार खिलाड़ी ने अब तक कुल मिलाकर चार राष्ट्रीय कैडेट महिला लीग स्वर्ण पदक, दो खेलो इंडिया स्वर्ण और राष्ट्रीय चैंपियनशिप में कई रजत और कांस्य पदक जीते हैं।

सपना ने न केवल खेल के इतिहास में अपना नाम रोशन किया है, बल्कि अपने भाई-बहनों को भी इसे अपनाने के लिए प्रेरित किया है।

Related Articles

STAY CONNECTED

74,188FansLike
5,319FollowersFollow
50,181SubscribersSubscribe

ताज़ा समाचार

सर्वाधिक लोकप्रिय