पटना। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित भव्य महाकुंभ को ‘मृत्यु कुंभ’ बताने वाली पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की चौतरफा आलोचना की जा रही है। लेकिन, ‘इंडिया’ ब्लॉक में शामिल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने उनके बयान का समर्थन किया है। राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि ममता बनर्जी ने कुम्भ को ‘मृत्यु कुंभ’ बताया है। इसमें उन्होंने क्या गलत बयान दिया है? महाकुंभ में हुई भगदड़ में कितने लोगों की जान गई? नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ में कितने लोगों की जान गई?
अगर सरकार से सवाल पूछा जाएगा कि इन मौतों के लिए कौन जिम्मेदार है, तो सरकार को जवाब देना चाहिए। लेकिन, सरकार से कोई सवाल करता है, तो वह सवाल पूछने वाले को कुंभ विरोधी बताती है। सरकार की नाकामी को कोई उठाता है, सरकार से सवाल पूछता है, सरकार को आईना दिखाता है, तो वह विपक्ष को हिंदू विरोधी बताते हैं। भगदड़ में हुई मौत का जिम्मेदार कौन है, इसका जवाब तो देना पड़ेगा। ममता दीदी ने यही सवाल किया कि महाकुंभ में स्नान करने जो श्रद्धालु आ रहे हैं, उनको भगवान भरोसे सरकार छोड़ रही है। सिर्फ यहां पर वीवीआईपी का ध्यान रखा जा रहा है।
इसलिए यह सवाल खड़े होंगे और इसका जवाब सरकार को देना होगा। हम लोग भी कुंभ में स्नान करके आए हैं, हम सनातनी हैं। कुंभ पहले भी होता था। कुंभ बाद में भी होगा। लेकिन यह सरकार महाकुंभ में भी अपना वोट देख रही है। आंध्र प्रदेश सरकार द्वारा रमजान से पहले मुस्लिम कर्मचारियों के काम के घंटे कम करने को लेकर मृत्युंजय तिवारी ने कहा, “नायडू की सरकार इस समय एक ऐसी पार्टी के साथ गठबंधन में है जो धर्म के नाम पर नफरत फैलाने और जहर बोने के लिए जानी जाती है। हालांकि, अगर इस सरकार ने यह फैसला लिया है, तो इसका स्वागत किया जाना चाहिए। रमजान के पवित्र महीने का महत्व सभी जानते हैं। अगर नायडू की सरकार ने ऐसा किया है, तो यह सराहनीय है।”