नयी दिल्ली – राष्ट्रीय राजधानी में नयी सरकार के गठन को लेकर सरगर्मियां तेज हो गयी और इस कड़ी में 16 फरवरी को विधायक दल की बैठक और 18 फरवरी को शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया जा सकता है।
सत्येंद्र जैन की बढ़ी मुश्किलें, गृह मंत्रालय ने अभियोजन चलाने के लिए राष्ट्रपति से मांगी मंजूरी
पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अमेरिका का दो दिवसीय दौरा समाप्त करके नयी दिल्ली लौट रहे हैं। इसके बाद मुख्यमंत्री के नाम का चयन करने के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किये जाएंगे। सूत्रों ने बताया कि 16 फरवरी को पार्टी के विधायक दल की बैठक हो सकती है, जिसमें मुख्यमंत्री के नाम का प्रस्ताव रखा जाएगा और अनुमोदन होने के बाद पार्टी के वरिष्ठ ने दिल्ली के नये मुख्यमंत्री की घोषणा करेंगे।
ट्रंप ने कहा, ‘भारत को एफ-35 लड़ाकू विमान बेचेगा अमेरिका’, नई दिल्ली के लिए क्यों है यह बड़ी डील?
सूत्रों ने बताया कि प्रदेश की नयी सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 18 फरवरी को आयोजित हो सकता है। शपथ ग्रहण समारोह किस जगह पर आयोजित होगा, अभी तक इस बारे में फैसला नहीं हो पाया है। मीडिया में शपथ ग्रहण समारोह स्थल को लेकर कई जगहों की चर्चा है, लेकिन ज्यादा संभावना इस समारोह के रामलीला मैदान में आयोजित होने की है।
गाजियाबाद में भगवा गमछा हाथ में लाठी, पार्कों में हिंदू संगठन की अराजकता ; रिपोर्ट दर्ज
गौरतलब है कि भाजपा ने आठ फरवरी को आए दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों में 48 सीटें जीती हैं और 12 साल से दिल्ली की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी 22 सीटों पर सिमट कर रह गयी।
मुजफ्फरनगर में मां के संग 2 बेटियों की उठी अर्थियां, जहर खाकर दी थी जान, गांव में पसरा मातम
पीएम मोदी के साथ केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और पार्टी के अन्य शीर्ष नेता भी मौजूद होंगे। इन नेताओं की बैठक में दिल्ली में सरकार गठन के लिए अंतिम रूप से निर्णय लिया जाएगा। इस दौरान दिल्ली का अगला सीएम कौन होगा, यह भी तय हो जाएगा। भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने दिल्ली में सरकार गठन के लिए पहले ही होमवर्क पूरा कर लिया है। पार्टी ने दिल्ली में सरकार गठन के लिए विधायकों के नामों की एक सूची तैयार की है, जिसमें 48 में से 15 विधायकों के नाम को प्राथमिकता दी गई है। इन 15 विधायकों में से 9 नामों को अंतिम रूप से चुना जाएगा, जिसमें मुख्यमंत्री, मंत्री और स्पीकर के नाम तय किए जाएंगे।
सूत्रों के मुताबिक, पार्टी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने स्पष्ट किया है कि मुख्यमंत्री निर्वाचित विधायकों में से होगा और इस बारे में निर्णय विधायक दल की बैठक में लिया जाएगा। नड्डा ने यह भी संकेत दिया कि मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण के बाद पहली कैबिनेट बैठक में कुछ महत्वपूर्ण नीतिगत फैसले लिए जाएंगे। एक अन्य महत्वपूर्ण घोषणा यह है कि दिल्ली में नई भाजपा सरकार में कोई उपमुख्यमंत्री नहीं होगा। बता दें कि 8 फरवरी को दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित किए गए। इस चुनाव में भाजपा ने 42 सीटों पर शानदार जीत हासिल की, तो वहीं, आम आदमी पार्टी महज 22 सीटों पर सिमट गई। इस चुनाव में एक बार फिर कांग्रेस का खाता नहीं खुला। दिल्ली विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 26 फरवरी को समाप्त हो रहा है और नई सरकार को उससे पहले कार्यभार संभालना होगा। –