नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिलाओं के लिए वित्त और विश्व बाजारों तथा आपूर्ति श्रृंखला तक पहुंच बनाने के आह्वान करते हुए बुधवार को कहा कि जब जब महिलाएं समृद्ध होती हैं, तो दुनिया समृद्ध होती है।
मोदी ने गुजरात के गांधीनगर में ‘महिला सशक्तिकरण पर जी-20 मंत्रिस्तरीय सम्मेलन’ को संबोधित करते हुए एक स्तरीय मंच बनाने की आवश्यकता पर बल दिया, जहां उपलब्धि हासिल करने वाली महिलाएं आदर्श बन जाएं। उन्होंने कहा कि उन बाधाओं को दूर किया जाना चाहिए जो बाजारों, वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं और किफायती वित्त तक उनकी पहुंच को रोकती हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं के देखभाल और घरेलू काम के बोझ को एक ही समय में उचित रूप से समझा जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि भारत की जी-20 अध्यक्षता के तहत, ‘महिला सशक्तिकरण’ पर एक नया कार्य समूह स्थापित किया जा रहा है। उन्होंने कह कि जब महिलाएं समृद्ध होती हैं, तो दुनिया समृद्ध होती है। उनका आर्थिक सशक्तिकरण विकास को बढ़ावा देता है और शिक्षा तक उनकी पहुंच वैश्विक प्रगति को गति देती है। उन्होंने कहा कि उनका नेतृत्व समावेशिता को बढ़ावा देता है और उनकी आवाज सकारात्मक बदलाव को प्रेरित करती है।
प्रधानमंत्री ने ग्रामीण कृषि परिवारों की रीढ़ और छोटे व्यापारियों तथा दुकानदारों के रूप में महिलाओं की भूमिकाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन के नवीन समाधानों की कुंजी महिलाओं के पास है।
मोदी ने भारत में महिला उद्यमियों की भूमिका पर जोर देते हुए कहा कि महिला उद्यमी वैश्विक अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदानकर्ता हैं। उन्होंने कहा कि दशकों पहले, 1959 में मुंबई में सात गुजराती महिलाएं एक ऐतिहासिक सहकारी आंदोलन – महिला गृह उद्योग बनाने के लिए एक साथ आईं, जिसने लाखों महिलाओं और उनके परिवारों के जीवन को बदल दिया है।