रांची। झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन कहां हैं? इस सवाल पर रांची से लेकर दिल्ली तक हलचल है। ईडी की टीम सोमवार देर रात तक दिल्ली में उनके आवास और अन्य ठिकानों पर उनकी तलाश करती रही। दूसरी तरफ झारखंड मुक्ति मोर्चा ने दावा किया कि सीएम निजी काम से दिल्ली गए हैं और मंगलवार को लौट आएंगे।
इधर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं-कार्यकर्ताओं ने “सीएम लापता” के बैनर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिए हैं। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने तो सोशल मीडिया एक्स पर एलान किया है कि 40 घंटे से लापता सोरेन को ढूंढ़ने वाले को वह अपनी ओर से ग्यारह हजार रुपए का इनाम देंगे।
मरांडी ने एक्स पर लिखा, “झारखंड के लोगों से मार्मिक अपीलः हमारे राज्य के मुख्यमंत्री केन्द्रीय एजेंसियों के डर के मारे पिछले क़रीब चालीस घंटे से लोकलाज त्याग कर लापता हैं और चेहरा छिपाकर भागे-भागे फिर रहे हैं। यह न सिर्फ़ मुख्यमंत्री की निजी सुरक्षा के लिए ख़तरा है, बल्कि झारखंड की साढ़े तीन करोड़ जनता की सुरक्षा, इज़्ज़त, मान-सम्मान भी ख़तरे में है। जो कोई भी बिना विलम्ब हमारे इस “होनहार” मुख्यमंत्री को सकुशल खोजकर लायेगा, उसे मेरी तरफ़ से ग्यारह हज़ार रूपये का इनाम दिया जायेगा।“
सीएम हेमंत सोरेन की ओर से 29 जनवरी की दोपहर ईडी को मेल भेजकर सूचित किया था कि वह 31 जनवरी को दिन के एक बजे अपना बयान दर्ज कराने के लिए उपलब्ध होंगे। इसके बाद झामुमो की ओर से प्रेस कांफ्रेंस में कहा गया कि ईडी सीएम के खिलाफ प्रोपगैंडा कर रही है। उनके खिलाफ की जा रही कार्रवाई अलोकतांत्रिक है। सीएम ने जो वक्त निर्धारित किया है, उस समय ईडी आकर उनका बयान दर्ज कर ले। वह अपने निजी काम से दिल्ली गए हैं।
सीएम हेमंत सोरेन 27 जनवरी की शाम चार्टर्ड प्लेन से दिल्ली गए थे। खबर है कि वह 28 जनवरी की रात करीब 11 बजे तक दिल्ली में शांति निकेतन स्थित अपने आवास पर थे। इसके बाद से वह कहां हैं, इस बारे में सियासी गलियारों में तरह-तरह की चर्चा चल रही है।
एक चर्चा यह भी है कि वे संभवतः सड़क मार्ग से दिल्ली से रांची लौट रहे हैं। हालांकि मंगलवार सुबह 11.30 बजे तक वे रांची नहीं पहुंचे हैं।
कांग्रेस की विधायक अंबा प्रसाद ने सोमवार की शाम मीडिया से कहा था कि 30 जनवरी दी दोपहर सीएम हाउस में सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायकों की बैठक होनी है। इसमें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी मौजूद रहेंगे।
सीएम सोरेन के सोशल मीडिया हैंडल पर भी 28 जनवरी के बाद कोई पोस्ट नहीं किया गया है। 30 जनवरी को महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर भी उनकी ओर से 11.30 बजे तक कोई पोस्ट नहीं है, जबकि ऐसे मौकों पर आम तौर पर वह निश्चित रूप से पोस्ट करते रहे हैं।