चैत्र नवरात्रि के साथ ही मां शक्ति की उपासना बुधवार से शुरू हो गई है। मंदिरों और घरों में सुबह 6ः41 से घटों की स्थापना शुरू हो गई है। इसके साथ हिंदू नववर्ष गुड़ी पड़वा भी श्रद्धापूर्वक मनाया जा रहा है। विशेष रूप से महाराष्ट्रीयन समाज के घरों पर गुड़ी बांधी जा रही है और लोग शुभकामनाओं का आदान-प्रदान कर रहे हैं।
नवरात्रि पर्व के पहले दिन बुधवार को घरों और मंदिरों में घट स्थापना कर नौ दिन तक मां दुर्गा की विशेष पूजा का अनुष्ठान शुरू हो गया। ज्योतिषाचार्य पं. हरिहर पंडया के अनुसार इस बार चैत्र नवरात्र पूरे नौ दिन रहेंगे। शुक्ल और ब्रह्म योग में प्रारंभ हो रहे नवरात्र में देवी की पूजा विशेष फलदायी रहेगी।
इस वर्ष देवी का आगमन नौका पर हुआ है, यह सभी के लिए सुखद और सर्वसिद्धिप्रद रहेगा। इस बार नवरात्र के नौ दिनों में विशेष योग भी बन रहे हैं। तीन दिन सर्वार्थसिद्धि योग और तीन दिन रवियोग बनेंगे। इनमें पूजन करने से विशेष सुखों की प्राप्ति होगी। देवी की विशेष कृपा होगी। साथ ही इन योगों में खरीदी गई कोई भी वस्तु जीवनभर शुभ फलदायी रहती है।
पं. पड्या के अनुसार इस नवरात्रि के प्रारंभ में गुरु अपनी राशि मीन में सूर्य के साथ रहेगा। शनि अपनी राशि कुंभ में है। शुक्र और राहु की युति मेष राशि में रहेगी। शनि की तीसरी पूर्ण दृष्टि शुक्र-राहु पर रहेगी। इस वजह से चैत्र नवरात्रि में तंत्र से जुड़े काम जल्दी सफल होंगे।