मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में समाजसेविका शालू सैनी ने बहू बेटियों की सुरक्षा को लेकर एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं के साथ जिला कलेक्टर कार्यालय पर एक दिवसीय अनशन धरना दिया, जिसमें उन्होंने महिलाओं की सुरक्षा की मांगों को जोरदार तरीके से उठाया।
शालू सैनी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खून से लिखा एक पत्र भी भेजा है, जिसमें उन्होंने महिलाओं को अपनी सुरक्षा के लिए कटार (चाकू) रखने की अनुमति देने की मांग की है। इसके साथ ही, उन्होंने देशभर के स्कूलों में छात्राओं के लिए मार्शल आर्ट सीखने की पहल को अनिवार्य करने की भी मांग की है।
शालू सैनी ने बताया कि इस कदम से देश भर में महिलाओं और बच्चियों के साथ हो रहे अत्याचारों और बलात्कार जैसे गंभीर अपराधों के खिलाफ अपनी आवाज़ उठाना है। उनका मानना है कि महिलाओं को अपनी सुरक्षा के लिए कटार (चाकू) रखने की अनुमति दी जानी चाहिए। उन्होंने यह भी मांग की है कि बलात्कारियों को कठोर सजा, जैसे कि फांसी, दी जानी चाहिए।
इसके अलावा, उन्होंने भारत सरकार से अपील की है कि देश भर में जूडो, कराटे और मार्शल आर्ट्स की ट्रेनिंग के लिए कैंप लगाए जाएं। शालू सैनी की संस्था, साक्षी वेलफेयर ट्रस्ट, पहले से ही महिलाओं को आत्मरक्षा के लिए प्रशिक्षित कर रही है, लेकिन उनका मानना है कि यह प्रयास सरकार द्वारा भी व्यापक रूप से किया जाना चाहिए। उन्होंने सुझाव दिया है कि स्कूलों में एक घंटा मार्शल आर्ट्स की ट्रेनिंग के लिए अनिवार्य किया जाए, ताकि हर महिला आत्मरक्षा के लिए सक्षम हो सके।
उनका यह मानना है कि जब तक महिलाएं स्वयं को सुरक्षित महसूस नहीं करेंगी, तब तक देश की सुरक्षा सुनिश्चित करना मुश्किल होगा। शालू सैनी की इस मुहिम का उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाना है, ताकि वे अपने अधिकारों और सुरक्षा के लिए खड़ी हो सकें।