चेन्नई। भारतीय टीम प्रबंधन ने आईपीएल फ्रैंचाइजियों को भारतीय खिलाड़ियों का वर्कलोड मैनेजमेंट करने के लिए कहा है। हालांकि भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने यह भी संदेह जताया है कि इसे किसी आईपीएल टीम द्वारा माना जाएगा।
उन्होंने कहा, “यह अब फ्रैंचाइजियों पर निर्भर है, क्योंकि अब फ्ऱैंचाइजी ही खिलाड़ियों के मालिक हैं। हमने फ्रैंचाइजियों को इस बारे में संकेत दे दिए हैं। यह अब खिलाड़ियों पर भी निर्भर है। वे व्यस्क हैं और उन्हें अपने शरीर का देखभाल खुद करना है। अगर उन्हें लगता है कि कुछ ज्यादा हो रहा है तो वे बात करके एक या दो मैचों का ब्रेक ले सकते हैं। हालांकि मुझे नहीं लगता है कि ऐसा कुछ होगा।”
आईपीएल, भारत-ऑस्ट्रेलिया वनडे सीरीज के दस दिन के भीतर ही शुरू हो रहा है, वहीं आईपीएल फाइनल के एक सप्ताह के भीतर ही भारत को विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) का फाइनल खेलना है। भारत के कई प्रमुख खिलाड़ी मसलन श्रेयस अय्यर, जसप्रीत बुमराह, प्रसिद्ध कृष्णा और ऋषभ पंत अभी चोटिल हैं और वे आंशिक या पूर्ण रूप से आईपीएल से बाहर हो चुके हैं। आगामी वनडे विश्व कप को देखते हुए यह अच्छे संकेत नहीं कहे जा सकते हैं।
रोहित भी इस बारे में चिंतित हैं। उन्होंने कहा, “हां, यह चिंताजनक है। हमारे पास ऐसे खिलाड़ी नहीं हैं, जो हमारे अंतिम एकादश का नियमित हिस्सा होते हैं। हालांकि वे जल्द फिट होने की कोशिश भी कर रहे हैं। हमारा भी ध्यान खिलाड़ियों के प्रबंधन पर है, इसलिए कई बार आप देखते हैं कि खिलाड़ियों को आराम दिया जाता है। जब आप अधिक क्रिकेट खेलते हैं, तो चोट होना लाजि़मी है। इसलिए आप सभी चीजों को नियंत्रित नही कर सकते हैं, जो आपके हाथ में है, उसे ही नियंत्रित किया जा सकता है।”
रोहित ने आगे कहा, “खिलाड़ी भी इससे निराश हैं। वे लगातार खेलना चाहते हैं, बाहर नहीं बैठे रहना चाहते हैं। यह दु:खद भी है कि आप इसमें अधिक कुछ नहीं कर सकते हैं। श्रेयस का उदाहरण सबके सामने है। वह दिन भर बैठा था और शाम को थोड़ा सा नॉक करने गया था, इसी में ही उसको इंजरी हो गई। आप इसमें ज्यादा कुछ कर भी नहीं सकते हो। हां, अब खिलाड़ियों का वर्कलोड मैनेजमेंट कर उन्हें पर्याप्त आराम दे सकते हो और हम ऐसा कर रहे हैं।”