Tuesday, December 24, 2024

एनसीआर में कोविड मामलों में वृद्धि के पीछे एक्सबीबी.1.16 वैरिएंट पर संदेह

नोएडा/गाजियाबाद। नोएडा और गाजियाबाद में बेकाबू होते कोरोना की रफ्तार को कैसे नियंत्रित किया जाए, इसको लेकर प्लान तैयार किया गया है। शासन से निर्देश आए हैं कि अब विदेश से आने वाले सभी यात्रियों की कोरोना जांच अनिवार्य है। सर्विलांस टीमों को एक्टिव कर दिया गया है।ए

बुखार के सभी मरीजों की कोरोना जांच की जाएगी। वहीं निजी लैब कोरोना की जांच की रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को भेजे।

सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में कोविड जांच और संक्रमितों के नमूने जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए लखनऊ स्थित केजीएमयू की माइक्रोबायोलॉजी लैब भेजने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं फ्रंट लाइन वर्कर, निगरानी समितियों, सरकारी व निजी अस्पतालों की ओपीडी व सर्विलांस रोगियों को सांस के मरीजों की पहचान कर उनके कोविड जांच के लिए कहा गया है।

सीएमओ ने बताया कि शासन निर्देशानुसार सभी विदेश से आने वाले लोगों की जांच अनिवार्य है। इसके लिए सर्विलांस टीम बना दी गई है। शासन ने रैपिड रिस्पॉन्स टीम को सक्रिय करने का निर्देश दिया है। प्रत्येक टीम में एक चिकित्सा अधिकारी को शामिल किया गया है।

पाजीटिव आने पर टीम 24 घंटे के अंदर मरीज के घर पहुंचेगी और कांट्रैक्ट ट्रैसिंग कर जांच करेगी। लक्षण मिलने पर तत्काल कमांड कंट्रोल रूम को जानकारी दी जाएगी।

नोएडा में 24 घंटे में कोरोना के 52 नए केस सामने आए हैं। इस बार 56 मरीज ठीक भी हुए हैं। हालांकि कोरोना की रफ्तार तेजी से बढ़ रही है। 271 सक्रिय मामले हैं। सात मरीजों का इलाज में अस्पताल में भर्ती कर किया जा रहा है। 24 घंटे में 671 सैंपल लिए गए।

गाजियाबाद में बीते 72 घंटे में कोरोना के 84 नए केस मिले हैं। नोएडा में एकाएक संक्रमित मरीज बढ़ गए हैं। इसके मद्देनजर दोनों जिलों का स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। सैंपलिंग और जांच का दायरा बढ़ा दिया है। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से कहा है कि अगर कोई व्यक्ति ट्रेवल करने के बाद बीमार हो रहा है तो उसकी सूचना जरूर दें, ताकि कोरोना जांच की जा सके।

बढ़ते मामलों को देखते हुए नोएडा के डीएम ने एकीकृत कंट्रोल रूम के टोल फ्री नंबर 18004192211 जारी किया है। इस नंबर पर फोन करने पर आपको कोरोना से संबंधित जानकारी और हैल्प भी की जाएगी। इस कंट्रोल रूम से होम आइसोलेशन मरीजों पर पूरी नजर रखी जा रही है।

यहां तेजी से बढ़ रहे कोविड केस के ओमीक्रान का सब वैरिएंट एक्सबीबी.1 जिम्मेदार है। इसके अलावा एक्सबीबी 1.5, एक्सबीबी 2.3 सब वैरिएंट के मरीज भी हैं। एक्सबीबी 1 तेजी से संक्रमण को फैलाता है। यदि सावधानी नहीं बरती तो ये कोरोना की नई लहर का रूप ले सकता है। सीएमओ डॉक्टर सुनील कुमार शर्मा ने लोगों से अपील की वे कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें। साथ ही भीड़ भाड़ वाले एरिया में न जाए। वे मास्क पहनें ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।

इसके साथ साथ सेक्टर-39 स्थित कोविड केयर, अस्पताल के तीसरे फ्लोर पर बनाए गया है। जरूरत पड़ने पर मरीजों को भर्ती किया जाएगा। स्थिति को कंट्रोल करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदारों को नोडल अधिकारी बनाया जा रहा है। सीएमओ डा. सुनील कुमार शर्मा ने अलग-अलग जिम्मेदारी के लिए नोडल अधिकारी बनाया है।

इनमें आक्सीजन, सैंपलिंग, होम आइसोलेशन, इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम, मरीज को बेड किस अस्पताल में मिलेगा, आक्सीजन, दवाओं की उपलब्धता, सैनिटाइजेशन, कोरोना वैक्सीनेशन, प्राइवेट अस्पताल मानिटरिंग व कोर्डिनेशन के अलावा एंबुलेंस के लिए नोडल अधिकारी नामित किया है। जिला एंबुलेंस प्रभारी दीपक सिंह का कहना है कि मरीज 108 पर संपर्क कर सकते हैं।

सीएमओ डा. सुनील कुमार शर्मा ने बताया कि किसी भी प्रकार की समस्या के लिए कोविड कंट्रोल रूम हेल्पलाइन नंबर 18004192211 पर संपर्क कर सकते हैं। वहीं सेक्टर-39 स्थित जिला अस्पताल की ओपीडी में जाने वाले मरीज आवासीय परिसर के पास अपने वाहन नहीं खड़े कर सकेंगे।

उन्हें अस्पताल के बेसमेंट स्थित पाकिर्ंग में वाहन को खड़ा करना होगा। अभी अस्पताल की ओपीडी में आने वाले मरीज अपने वाहनों को आवासीय परिसर के पास खड़ा करते हैं। चूंकि इन दिनों कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। अस्पताल के द्वितीय तल पर मरीजों के लिए भर्ती की व्यवस्था की गई है।

मेडिकल एक्सपर्ट्स के अनुसार, नए सबवैरिएंट के लक्षण काफी हद तक ओमीक्रोन के पिछले वैरिएंट्स जैसे ही हैं। तेज बुखार, खांसी, गले में खराश, बदन दर्द, सिर में दर्द, सर्दी जैसे लक्षण आम हैं। राहत की बात यह है कि ज्यादातर मरीज घर पर सिर्फ आराम कर ठीक हो जा रहे हैं।

अगर बात करें बीते कुछ दिनों के आंकड़ों की तो 8 अप्रैल को सामने आए मामले 52 हैं। जिसके साथ कुल संख्या अब 271 हो गई है। वहीं 7 अप्रैल को सामने आए मामलों की संख्या 62 थी और कुल मामलों की संख्या 278 थी। 6 अप्रैल को सामने आए मामलों की संख्या 56 और कुल मामले 240 थे। 5 अप्रैल को सामने आए मामले 47 थे और कुल मामले की संख्या 206 थी, 4 अप्रैल को सामने आए मामले 66 और कुल मामले की संख्या 185 थी।

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