गाजियाबाद। तपती गर्मी को देखते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गाजियाबाद सहित प्रदेश के सभी सभी जिलों और तीर्थ स्थलों पर जल सेवा केंद्र बढ़ाने का निर्देश दिए हैं। सरकार के निर्देश के मुताबिक जल जीवन मिशन इन शहरों में 3,000 से अधिक जल सेवा केन्द्र चलाएगा। ये जल सेवा केन्द्र बड़े प्याऊ की तरह काम करेंगे। जहां पर तीर्थ यात्रियों और राहगीरों के अलावा आम लोगों को गर्मी में पीने के लिए ठंडा पानी मिल सकेगा। मिली जानकारी के अनुसार ये जलसेवा केन्द्र तीर्थ शहरों के रेलवे स्टेशनों, बस स्टैंडों, अस्पतालों, बाजारों, मंदिरों और धार्मिक स्थलों के पास लगाए जाएंगे।
खास बात कि मुख्यमंत्री के निर्देश के तुरंत बाद प्रदेश के सभी तीर्थ स्थलों वाले जिलों में व्यवस्था अब शुरू कर दी गई है। तीर्थ यात्रियों और आम लोगों को शुद्ध शीतल पेयजल उपलब्ध कराने की ये सेवा पूरी तरह से निशुल्क है। पूरा खर्च जल जीवन मिशन से जुड़े एनजीओ, कंपनियां और एजेंसियां उठाएंगीं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद नमामि गंगे विभाग के प्रमुख सचिव अनुराग श्रीवास्तव ने यूपी के सभी शहरों में जल सेवा केन्द्र शुरू करने के निर्देश जिले के संबंधित अधिकारियों को दिए हैं।
पश्चिम यूपी में गाजियाबाद के अलावा मेरठ, बुलंदशहर, आगरा, सहारनपुर और मुजफ्फरनगर में जल सेवा केंद्र की सुविधा उपलब्ध होगी। गाजियाबाद में 45 स्थानों पर जल सेवा केंद्र खोले जाएंगे। ये जल सेवा केंद्र बाजारों और भीड़भाड़ वाले इलाकों के अलावा मेट्रो और रोडवेज बस स्टैंड के पास लगाए जाएंगे।
इसके अलवा जिन शहरों में सबसे अधिक श्रद्धालुओं की संख्या होगी। वहां पर 51 से अधिक जल सेवा केंद्र बनाए जाएंगे। इन शहरों में वाराणसी, अयोध्या, प्रयागराज, गोरखपुर और लखनऊ शामिल हैं। प्रमुख धार्मिक स्थलों पर जाने वाले सभी रास्तों पर हर दो किलोमीटर की दूरी पर जल सेवा केन्द्र लगाए जाएंगे। जिससे श्रृद्धालुओं को गर्मी में किसी भी तरह की परेशानी न हो। इसके अलावा छोटे जिलों में 40 जल सेवा केन्द्र शुरू किए जाएंगे।
योगी सरकार के जल सेवा केन्द्रों का सबसे बढ़िया लाभ गरीबों को होगा। उन्हें बिना खर्च के घर से बाहर शीतल ठंडा पानी मिल सकेगा। आमतौर पर सार्वजनिक जगहों पर जल सेवा केन्द्र न होने के कारण पैसे खर्च करने पड़ते हैं। इस कारण गरीब पानी नहीं खरीदता है। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।