सहारनपुर। सहारनपुर पहुंचे यूपी सरकार के समाज कल्याण विभाग के मंत्री असीम अरुण ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव की तारीफ की। असीम अरुण ने कहा, ”मैं मानता हूं कि अखिलेश जी ने काम किया है और बहुत अच्छा किया है। दोबारा प्रयास करिए, जनता आपको मौका देगी।”
दरअसल, असीम अरुण यूपी डायल 100 को लेकर मीडिया से बात कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा, ”अखिलेश यादव की समस्याएं हैं। वह जितनी भी पुरानी योजनाएं हैं, उन्हें अपनी कहना चाहते हैं। जब मैं पुलिस में था, तब वह 100 नंबर की व्यवस्था को अपना प्रयोग और अपनी देन बताते थे। जबकि यह व्यवस्था पूरे भारत में 1964 से लागू हुई थी। सभी राज्यों ने इस पर काम किया है।”
मंत्री ने आगे कहा, ”मैं यह भी मानता हूं कि अखिलेश जी ने भी काम किया है। बहुत अच्छा किया है, लेकिन यह उनकी योजना नहीं है। मेरा अखिलेश जी से अनुरोध है, जो सरकार की योजनाएं है और प्रोजेक्ट है, उन्हें अपना न बताएं। प्रत्येक योजना में हर किसी ने बढ़ोतरी करने की कोशिश की है।”
काम किया होता तो वोटर बोलते
असीम अरुण ने कहा, ”चुनाव में अखिलेश जी का नारा था- काम बोलता है। यदि आपने काम अच्छा किया होता तो वोटर जरूर बोलते, लेकिन वह नहीं बोले। आप अपना प्रयास करिए, वोटर आपको दोबारा मौका देंगे।”
मंत्री ने कहा, ”आजादी के अमृत महोत्सव में अमृत काल के तहत हम सभी का उद्देश्य भेदभाव रहित सुंदर समाज बनाने का होना चाहिए। बाबा साहब अंबेडकर से संबंधित सभी स्थानों को तीर्थ के रूप में विकसित किया गया है। देश के विकास के लिए आवश्यक है कि महिलाओं, दिव्यांगों एवं ट्रांसजेंडर्स की अधिक से अधिक सहभागिता हो।”
अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को भी न्याय मिले
उन्होंने कहा, ”सरकार निरंतर प्रोत्साहन देते हुए इनको बढ़ावा देने के लिए कल्याणकारी नीतियों के तहत कार्य कर रही है। सरकार की यह इच्छा है कि सभी को न्याय मिल सके। पंक्ति में अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को भी पूरा न्याय मिले।”
इससे पहले जनवरी में असीम अरुण ने कहा था कि अगर अखिलेश यादव कानून-व्यवस्था और इन्फ्रास्ट्रक्चर पर ध्यान देते, जो गुंडागर्दी सपा के लोग करते थे। वह ना होने देते तो अच्छा विकास कर सकते थे। अखिलेश यादव ने यह मौका खो दिया। योगी जी के नेतृत्व में सरकार ने इसको समझा। आज अपराध और भ्रष्टाचार पर हमारी जीरो टॉलरेंस की नीति है। सुरक्षा-व्यवस्था आज बेहतर हुई है या नहीं इसके लिए आज किसी को आंकड़े दिखाने की जरूरत नहीं है। आज सब लोग इसको अनुभव कर रहे हैं।