Wednesday, November 6, 2024

प्यार के चक्कर में कैरियर बर्बाद करती युवा पीढ़ी

अजय दशम वर्ग का छात्र था।क्लास में पढऩे में सबसे मेधावी।प्रथम वर्ग से दशम वर्ग तक प्रथम ही आता था।उसे उसके क्लास की ही एक लड़की सुगन्धा चाहती थी।सुगन्धा ऊँची जाति की थी और अजय दलित वर्ग का। दोनों एक ही गाँव के रहने वाले थे। दोनों का आपस में बातचीत करना,कभी कभी मिलना जुलना आपस में पत्र व्यवहार भी करना जारी रहा।

सुगंधा के पिता का गाँव में दबदबा था। अजय द्वारा सुगंधा को लिखा गया पत्र किसी तरह उसके पिता को मिल गया। पत्र पढ़ते ही वे आग बबूला हो गए और उसके बाद सुगन्धा की काफी पिटाई की। एक अपराधी को बुलवाया और उसे पचास हजार रूपये दी। उस अपराधी ने अजय का अपहरण कर लिया। दस माह बीत गए परन्तु अजय का पता नहीं चल सका है।

राहुल बी एस सी का छात्र था वह अपने गाँव का सबसे होनहार छात्र माना जाता था।वह गाँव के लड़के लड़कियों को ट्यूशन भी पढ़ाता था। ट्यूशन पढ़ाने के दौरान उसे रजिया नामक छात्र से प्यार हो गया। रजिया के माता पिता राहुल को काफी मानते थे।ट्यूशन के अलावा भी उसे समय समय पर अलग से पैसे देकर मदद करते रहते थे।

जब दोनों का प्यार परवान चढ़ा तो दोनों ने प्लानिंग की और घर से बाहर निकल गए और दिल्ली चले गए। इधर रजिया के माता पिता ने अपने नाबालिग लड़की का अपहरण ,यौन शोषण और बलात्कार का मुकदमा कर दिया। पुलिस ने दोनों को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया।आज भी राहुल जेल की हवा खा रहा है।

आये दिन हमारे समाज में इस तरह की घटनायें घट रही हैं। आज के युवा युवती प्रेम के चक्कर में पड़कर अपना कैरियर बर्बाद कर रहे हैं।

प्यार के चक्कर में परीक्षा में असफल होने के बाद युवाओं को अपनी गलती का एहसास होता है कि हमने अपना बहुमूल्य समय खो दिया।अगर हम अपने बहुमूल्य समय का उपयोग करें तो आगे आने वाला दिन सुखमय और आनंददायक होगा।
आज कालेज ही नहीं, स्कूलों में पढऩे वाले कम उम्र के लड़के लड़कियां भी अपने हम उम्र विपरीत लिंगी के साथ प्यार का हाथ आगे बढ़ा रहे हैं।

प्रेम के चक्कर में इस पीढ़ी के बहुत सारे युवा युवती अपने जीवन से भी हाँथ धो रहे हैं। ज्योंही लड़के लड़कियो के बीच प्रेम सम्बन्ध पनपते हैं।वे पढ़ाई छोड़कर अपना अधिकांशत: समय मोबाइल और वाट्सएप पर बिताने लगते हैं।

प्रेमी युगल पार्क,होटल और रेस्तरां में अपना कीमती समय गंवाने लगते हैं।समय की बर्बादी के साथ अपने माता पिता की कमाई जो पढ़ाई पर खर्च होनी चाहिये थी, इन चीजों में होने लगती है। प्रेमी युगल पर्व त्यौहार ,प्रेम दिवस ,जन्मदिवस पर एक दूसरे को गिफ्ट देने में अपना कीमती पैसा बर्बाद करने लगते हैं। कहा जाता है कि सफलता जीवन में उसी को मिलती है जो समय को पहचानता है और उसका भरपूर उपयोग करता है परन्तु प्रेमी युगल आवेग में अपने कीमती समय को गवां कर अपना जीवन दु:खमय बना लेते हैं।

प्रेम के चक्कर में परीक्षा में असफल होने के बाद जब युवा को गलती का एहसास होता है तब तक समय बहुत आगे निकल जाता है। प्रेम का आनंद भी हम बेहतर ढंग से तभी उठा पायेंगे जब हमारे हाथों में पैसे होंगे। जब आपके पास पैसे नहीं रहेंगे तो आपका प्रेमी कब दूसरा रुख अख्तियार कर लेगा, कहना मुश्किल है।

आज की युवा पीढ़ी जो प्रेम के मकडज़ाल में पड़कर अपना कैरियर बर्बाद कर रहे हैं, उन युवाओं को जरूरत है पढ़ाई पर ध्यान देकर अपने आप को सफल बनाने का। पहले पढ़ाई करें। सफलता पाये फिर प्यार करें तब देखें जिंदगी कितनी रंगीन होती है। पहले अपने कैरियर पर ध्यान दें। जब पढ़ लिखकर अपने पैरों पर खड़े हो जायें, उसके बाद जिसे चाहते हैं। उससे शादी करें और आनंद के साथ जीवन बितायें।
– शम्भू शरण सत्यार्थी

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