नोएडा। ब्लूटूथ डिवाईस के साथ अपने टेबल के नीचे एक इलेक्ट्रानिक डिवाईस लगाकर नकल कर रहे एक युवक और उसकी मदद करने वाले ब्रीक्स कम्पनी के एक शख्स को थाना सेक्टर-58 पुलिस ने गिरफ्तार किया। सेक्टर-62 के आईओन डिजिटल जोन में आरपीएफ कांस्टेबल की लिखित परीक्षा के दौरान हाईटेक डिवाइस से युवक नकल कर रहा था।
एडीसीपी नोएडा सुमित शुक्ला ने बताया कि इस मामले में सेंटर इंचार्ज भवनेश पचैरी की शिकायत पर केस दर्ज एग्जाम देने के लिए आए आजाद पुत्र मुशर्रफ निवासी ग्राम तुलहेडी थाना मीरापुर पोस्ट आफिस धताया उत्तरी जिला मुजफ्फर नगर और उसके साथ मदद करने में अर्जुन डागर को गिरफ्तार किया गया है। उनके पास से एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस और ब्लूटूथ बरामद किया गया है। इस मामले में जो अन्य नाम सामने आए हैं, उनके नाम असलम, राहुल, पंकज और सुमित है। उनकी तलाश की जा रही है।
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जानकारी के अनुसार आईडीजेड में 2 मार्च से 18 मार्च के बीच आरपीएफ कांस्टेबल भर्ती के लिखित एग्जाम चल रहे हैं। इसी परीक्षा में मुजफ्फरनगर मीरापुर का रहने वाला आजाद परीक्षा देने के लिए आया था। इस दौरान कुछ संदिग्ध आवाज सुनकर इनविजिलेटर छत्रपाल ने चेक किया तो आजाद की बेंच के लिए एक डिवाइस लगी हुई मिली और उसके कान में एक छोटा ब्लूटूथ था। जिसके बाद टीम को बुलाकर जांच की गई।
आजाद ने पूछताछ में बताया कि उसके भाई असलम ने पंकज, राहुल और सुमित के साथ मिलकर एग्जाम करवाने की डील की थी। 4 लाख रुपये में हुई डील में उसने 50 हजार रुपये एडवांस भी दिए थे। जिसमें उनकी मदद सेंटर में करीब 2 महीने से काम कर रहा अर्जुन डागर कर रहा था।
जानकारी के अनुसार सेंटर में जाने से पहले सभी युवकों की चेकिंग होती है। ऐसे में एग्जाम देने आए व्यक्ति का इस प्रकार की डिवाइस लेकर जाना संभव नहीं था। इस काम में वहीं काम करने वाले अर्जुन ने डिवाइस सेंटर के अंदर पहुंचाई और 7वें फ्लोर के बाथरूम में रख दी। एग्जाम शुरू होने के बाद 5वें फ्लोर पर मौजूद आजाद ने पहुंचकर डिवाइस ली और नकल में उसका प्रयोग किया। जहां दूसरी तरफ बैठे युवक उसे सवालों के जवाब दे रहे थे। इस मामले में पुलिस ने कुछ नंबर की सीडीआर निकाली है। साथ ही मामले में डिटेल जांच की जा रही है।