मेरठ। करोड़ों रुपये के स्टांप घोटाले मामले में विशाल वर्मा के साथी अक्षय गुप्ता को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। विशाल और अक्षय के बीच पैसे के लेनदेन की बातचीत का ऑडियो पुलिस को मिला था। पुलिस ने जेल में बंद विशाल को रिमांड पर लेने की तैयारी की है।
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गौरतलब है कि उसने रजिस्ट्री विभाग, कोषागार व फिर एडीएम कार्यालय के अधिकारियों और कर्मचारियों को स्टांप घोटाले के पैसे से ही मौजमस्ती कराने की बात विशाल वर्मा ने पुलिस को बताई है।
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अधिकारियों पर लगे आरोपों की पुष्टि करने और सुबूत जुटाने में पुलिस लग गई है। इसको देखते हुए मुख्य आरोपी विशाल वर्मा को रिमांड लेने की बात पुलिस ने कही है। जनपद में 997 रजिस्ट्री में फर्जी स्टांप लगने का मुख्य आरोपी विशाल वर्मा और उसके दो कर्मचारी राहुल वर्मा निवासी प्रवेश विहार मेडिकल व राहुल वर्मा निवासी रिठानी परतापुर जेल में बंद हैं।
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स्टांप घोटाले के आरोपी को जेल भेजने से पहले एडीजी डीके ठाकुर, कमिश्नर सेल्वा कुमारी जे, डीआईजी कलानिधि नैथानी, एसएसपी विपिन ताडा व मुख्य कोषागार अधिकारी वरुण खरे ने भी पूछताछ की है। आरोपी ने अधिकारियों को स्टांप घोटाले से जुड़े लोगों के नाम बताए। अक्षय कुमार द्वारा स्टांप लेना बताया है। विशाल और अक्षय का ऑडियो वायरल हुआ था। जिसमें पैसे के लेनदेन की बातचीत हो रही थी।