मेरठ। आज सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय का 16वां दीक्षांत समारोह राज्यपाल आनंदी बेन पटेल की अध्यक्षता में भव्य रूप से आयोजित किया गया। इस अवसर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए 18 पदक व स्नातक, स्नातकोत्तर, पीएचडी में छात्र-छात्राओं को कुल 519 उपाधियां प्रदान की गई। कार्यक्रम का शुभारंभ सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्र्रतिमा पर माल्यार्पण व मटकी में जलधारा अर्पित कर जल संचयन के संदेश के साथ तथा पुस्तको का विमोचन कर किया गया एवं ड्रोन पॉयलेट ट्रेनिंग कम रिसर्च एंड डेवलेपमेंट सेंटर का अनावरण किया गया।
दीक्षांत समारोह में विभिन्न विषयों में स्नातक हेतु 370ए स्नातकोत्तर 89 एवं पीएचडी में 60 छात्र छात्र-छात्राओं को उपाधियां प्रदान की गयी। शैक्षिक उत्कृष्टत्ता के लिए कृषि महाविद्यालय, जैव प्रौद्योगिकी महाविद्यालय, उद्यान महाविद्यालय, खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय, कृषि अभियांत्रिकी महाविद्यालय एवं पशु चिकित्सा महाविद्यालय के 18 छात्र.छात्राओं को कुलपति स्वर्ण रजत एवं कांस्य पदकों से सम्मानित किया गया। विश्वविद्यालय के स्नातक स्तर पर ऐकेडमिक एवं को.करिकुलर गतिविधियों में संयुक्त रूप से उत्कृष्ट प्रर्दशन हेतु पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय के छात्र सूरज धनकड़ को कुलाधिपति स्वर्ण पदक प्रदान किया गया।
समारोह को संबोधित करते हुये राज्यपाल ने कहा कि दीक्षांत समारोह देश के लिए कुछ न कुछ संकल्प करने का अवसर है। उन्होंने कहा कि मैं विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों व शोध छात्रों का आह्वान करूंगी कि वे भविष्य की चुनौतियों के दृष्टिगत ही अपनी शोध योजना बनायें। योजनायें ऐसी हो जो पर्यावरण अनुकूल, टिकाऊ, कम लागत में उत्पादन देने वाली हो प्राकृतिक संसाधनों का कम दोहन करने वाली पर्यावरण पर कोई विपरीत प्रभाव न डालती हो।
उन्होंने कहा कि हमारे देश की अधिकांश आबादी युवा है। देश की आजादी के 100 वर्ष पूरे होने में 25 वर्ष बाकी है। इस समय अंतराल में देश को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी आपकी है। ऐसा काम करें जिससे देश के सपने साकार हो। विकसित भारत बनाने के लिए हमें ही अपनी जिम्मेदारी तय करनी होगी। उन्होंने कहा कि महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर से बचाने के लिए एचपीजी वैक्सीनेशन बहुत जरूरी हैं। इससे महिलाएं तथा बेटियॉ सर्वाइकल कैंसर जैसे भयानक रोग से बच सकेंगी।
मुख्य अतिथि के रूप में आईआईटी खडगपुर के निदेशक प्रो० वीरेन्द्र कुमार तिवारी ने उपाधि पाने वाले छात्रों को बधाई प्रेषित करते हुए भारत के लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल के चरित्र का अनुसरण करते हुए कृषि शिक्षा में उत्कृष्ट शोध कर भारतीय किसानों को सशक्त करने के लिए वचनबद्ध किया।
उन्होंने कहा कि आईटी खडगपुर देश का पहला आईटी संस्थान है। उसके बाद देश में कई आईटी संस्थानों को खोला गया। उन्होंने कहा कि कृषि में नवाचार लाना होगा तथा स्टर्ट अप चालू करने होंगे। भारत में पैसे की कमी नहीं है केवल यहां पर विचार और खोज की कमी है इसलिए उसको और अधिक विकसित करना है। उन्होने कहा कि एक टीम की तरह कार्य करना है और जॉब क्रियेटर बन सके तथा न कि जॉब सीकर।
कुलपति प्रो० के०के० सिंह ने दीक्षांत समारोह के दौरान विश्वविद्यालय की उपलब्धियों तथा भविष्य में चलाये जाने वाले कार्यकमों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य ऐसे छात्रों एवं छात्राओं को तैयार और प्रशिक्षित करना होता है। जिससे वे सत्यनिष्ठाए ईमानदारी और दृढ़ता के साथ जीवन संघर्ष का सामना कर सके। इसलिए उन्हें ऐसी शिक्षा प्राप्त करनी चाहिए जो उन्हें यह जानने में मदद करे कि जीवन में क्या सत्य है और क्या असत्य। हमारे युवा देश के आर्थिक विकास एवं सामाजिक प्रगति की सबसे बड़ी परिसंपत्ति तथा एक महत्वपूर्ण ताकत हैं। इस संदर्भ में हमारे विश्वविद्यालय के छात्रों में रोजगार प्रदाता की भावना विकसित करने के लिए एक एग्री इन्क्यूबेशन सेंटर की स्थापना कर दी गयी हैए विश्वविद्यालय के छात्र जैव नियंत्रक उत्पादन के क्षेत्र में स्टार्ट अप की परिकल्पना ले कर आगे आ रहे हैं।
दीक्षांत समारोह उपरांत आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को किट् वितरण कार्यक्रम एवं महिला उद्यमियों के साथ माननीय राज्यपाल द्वारा संवाद किया गया। कार्यक्रम में 360 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को किट प्रदान की गई।
कार्यकम का संचालन कुलसचिव प्रो० रामजी सिंह द्वारा किया गया। इस अवसर पर महापौर हरिकांत आहलुवालिया, सांसद राजेन्द्र अग्रवाल, राज्यसभा सांसद लक्ष्मीकांत वाजपेयी, जिला पंचायत अध्यक्ष गौरव चौधरी, विधायक मेरठ कैंट अमित अग्रवाल, विधायक सरधना अतुल प्रधान, आयुक्त सेल्वा कुमारी जे0, जिलाधिकारी दीपक मीणा, एसएसपी रोहित सिंह सजवाण, अपर जिलाधिकारी प्रशासन अमित कुमार, वित्त नियंत्रक लक्ष्मी मिश्रा, निदेशक प्रसार डा0 पी0के0 सिंह, कुलपति चौ0 चरण सिंह विश्वविद्यालय संगीता शुक्ला, सहित अन्य संबंधित अधिकारी, गणमान्य व्यक्ति, छात्र.छात्राएं व अभिभावकगण उपस्थित रहे।