लखनऊ। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव और केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी की नाक का सवाल बने लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में सोमवार दोपहर तीन बजे तक 13 निर्वाचन क्षेत्रों में औसतन 48.41 फीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग कर लिया था।
निर्वाचन आयोग से प्राप्त जानकारी के अनुसार कन्नौज में 51.73 प्रतिशत,कानपुर में 41.44 प्रतिशत, शाहजहांपुर (सु) में 44.21 प्रतिशत, खीरी में 53.87 प्रतिशत, सीतापुर में 52.87 प्रतिशत, धौरहरा में 54.05 प्रतिशत,हरदोई में 47.99 प्रतिशत,मिश्रिख (सु) में 47.01 प्रतिशत, उन्नाव में 46.56 प्रतिशत, फर्रुखाबाद में 49.17 प्रतिशत, इटावा (सु) में 46.19 प्रतिशत, अकबरपुर में 46.36 प्रतिशत और बहराइच में 49.10 प्रतिशत मतदान हुआ।
इसके साथ ही ददरौल विधानसभा के उपचुनाव में 47.58 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
मतदान सुबह सात बजे शुरु होकर शाम छह बजे तक चलेगा। समयावधि समाप्त होने पर भी कतार में लगे लोगों को वोट डालने का अधिकार मिलेगा। मतदान केंद्राे पर बुजुर्ग, विकलांग और महिला मतदाताओं की सुविधा के व्यापक प्रबंध किये गये हैं। मतदान शांतिपूर्ण तरीके से जारी है और इस दौरान कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। कुछ मतदान केंद्रों पर ईवीएम की खराबी की सूचना मिली जिन्हे तत्काल बदल दिया गया। कन्नौज के तिर्वा विधानसभा क्षेत्र में ईवीएम खराब होने से करीब 40 मिनट तक मतदान प्रभावित रहा। बहराइच के साेहनी बलई गांव में थारु जनजाति के लोगों ने अपने पारंपरिक परिधान के साथ मतदान किया।
चुनाव के इस चरण में 130 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा जिसमें कन्नौज सीट पर समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सुब्रत पाठक और खीरी सीट पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी की प्रतिष्ठा दांव पर है।
चाैथे चरण में सबसे अधिक मतदाता उन्नाव लोकसभा से तथा सबसे कम मतदाता कानपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में हैं। कुल 130 प्रत्याशियों में 16 महिला प्रत्याशी भी शामिल है। इस चरण में कन्नौज में सबसे अधिक 15 प्रत्याशी किस्मत आजमा रहे हैं जबकि सबसे कम सात प्रत्याशी इटावा जिले में है।
चौथे चरण में 26 हजार 588 मतदेय स्थल (पोलिंग बूथ) बनाये गये हैं जिनमें चार हजार 715 संवेदनशील हैं। 16 हजार 334 मतदान केन्द्र हैं। मतदान पर सतर्क दृष्टि रखने के लिए तीन विशेष प्रेक्षक, 13 सामान्य प्रेक्षक, नौ पुलिस प्रेक्षक तथा 17 व्यय प्रेक्षक भी तैनात किये गये हैं। इनके अलावा दो हजार 250 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 287 जोनल मजिस्ट्रेट, 111 स्टैटिक मजिस्ट्रेट तथा 2,920 माइक्रो ऑब्जर्वर भी तैनात किये गये हैं। मतदान के लिए 33 हजार149 ईवीएम की कन्ट्रोल यूनिट, 33 हजार 149 बैलट यूनिट तथा 35 हजार 644 वीवीपैट तैयार किये गये हैं।