सोनीपत। हरियाणा के सोनीपत जिले के खानपुर कलां स्थित भगत फूल सिंह महिला मेडिकल कॉलेज में रैगिंग का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। फर्स्ट ईयर की एक छात्रा की शिकायत पर छह सीनियर छात्राओं को कॉलेज प्रशासन ने निष्कासित कर दिया। इस फैसले के विरोध में सीनियर छात्राओं ने परिसर में जमकर हंगामा किया और निष्कासन को अनुचित करार दिया।
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क्या है मामला?
एमबीबीएस फर्स्ट ईयर की एक छात्रा ने सीनियर छात्राओं पर रैगिंग का आरोप लगाया था। शिकायत में कहा गया कि व्हाट्सएप के जरिए उसे सीनियर छात्राओं से मिलने का दबाव बनाया गया। इस शिकायत के बाद कॉलेज प्रशासन ने एक समिति गठित कर मामले की जांच की। समिति ने आरोपों को सही मानते हुए छह सीनियर छात्राओं को निष्कासित कर दिया।
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सीनियर छात्राओं का पक्ष
निष्कासन के बाद सीनियर छात्राओं ने कॉलेज परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन ने बिना उनका पक्ष सुने उन्हें दोषी ठहरा दिया।
सीनियर छात्राओं का कहना है कि फर्स्ट ईयर के नए छात्रों को सीनियर से परिचित कराने की प्रक्रिया कॉलेज में सामान्य है और इसके लिए निदेशक व डीन से अनुमति ली जाती है। उनका दावा है कि शिकायत करने वाली छात्रा से सिर्फ व्हाट्सएप पर यह पूछा गया था कि वह सीनियर से मिलने क्यों नहीं आई। इसे रैगिंग मानना अनुचित है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कॉलेज प्रशासन ने उनके परिजनों को धमकी भरे संदेश भेजे और इंटर्नशिप में फेल करने की बात कही। उनका कहना है कि निष्पक्ष जांच के बिना उन्हें दोषी ठहराना गलत है।
कॉलेज प्रशासन का पक्ष
कॉलेज के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. धीरज ने कहा कि कॉलेज में रैगिंग को किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। फर्स्ट ईयर की छात्रा की शिकायत पर जांच की गई और आरोप सही पाए गए। इसके बाद छह सीनियर छात्राओं को निष्कासित किया गया।
मामले की गंभीरता को देखते हुए दोनों पक्षों के बीच समाधान निकालने के लिए वीरवार को बैठक बुलाई गई है।
कॉलेज में तनावपूर्ण माहौल
छह सीनियर छात्राओं के निष्कासन के बाद पूरे कॉलेज में तनाव का माहौल है। सीनियर छात्राओं ने मांग की है कि अगर कार्रवाई करनी है तो पूरे बैच के 23 छात्रों पर की जाए या फिर किसी पर भी न की जाए।
प्रदर्शन के कारण स्थिति बिगड़ने लगी, जिसके बाद कॉलेज प्रशासन को पुलिस बुलानी पड़ी।
रैगिंग के आरोप में छह छात्राओं का निष्कासन। सीनियर छात्राओं का आरोप कि जांच में उनका पक्ष नहीं सुना गया। कॉलेज प्रशासन का कहना है कि रैगिंग के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। मामले के शांतिपूर्ण समाधान के लिए बैठक का आयोजन।