मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर लोकसभा में इस बार 10.15 प्रतिशत वोट कम पडे है, इस बार मुजफ्फरनगर लोकसभा क्षेत्र में 58.5 प्रतिशत मतदान हुआ है। हालांकि मुजफ्फरनगर जिले में 60.2 प्रतिशत मतदान हुआ है, जिसमे दो विधानसभा सीट बिजनौर लोकसभा से जुडी हुई है।
मुजफ्फरनगर लोकसभा क्षेत्र में पिछली बार के मुकाबले 10 प्रतिशत कम 58.5 प्रतिशत कम मतदान हुआ। पिछली बार मुज़फ्फरनगर लोकसभा के लिए मत प्रतिशत 68 प्रतिशत रहा था।इस लोकसभा में सरधना विधानसभा में सबसे कम 52.22 प्रतिशत वोट पडे है, जबकि खतौली विधानसभा पर सबसे ज़्यादा 61.39 प्रतिशत वोट पड़े है।
देर रात जिला निर्वाचन अधिकारी कार्यालय की ओर से मुजफ्फरनगर की सभी विधानसभा सीटों का मत प्रतिशत भी घोषित किया गया, जिसमें मुजफ्फरनगर जिले में 60.02 प्रतिशत मतदान होने की घोषणा की गई, जबकि मुजफ्फरनगर लोकसभा में 58.5 प्रतिशत मतदान हुआ है, जो पिछले लोकसभा चुनाव से 10 प्रतिशत कम है।
विधानसभा वार मत प्रतिशत की जानकारी देते हुए बताया गया कि बुढ़ाना विधानसभा में 60.72 प्रतिशत, चरथावल विधानसभा में 61.02 प्रतिशत, मुजफ्फरनगर शहर विधानसभा में 57.42 प्रतिशत, खतौली विधानसभा में 61.39 प्रतिशत, पुरकाजी विधानसभा में 59.88 प्रतिशत व मीरांपुर विधानसभा में 59.75 प्रतिशत मतदान हुआ। अब 4 जून को ही प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला मतगणना के पश्चात सामने आएगा।
लोकसभा चुनाव के लिये सुबह सात बजे प्रारम्भ हुई मतदान प्रक्रिया शाम छह बजे तक चली। जिले में छिटपुट घटनाओं के बीच 60.02 प्रतिशत मतदान हुआ। वर्ष 2019 में हुए लोकसभा चुनाव से आठ प्रतिशत कम मतदान होने से प्रत्याशियों की चिंता भी बढ गई है। भीषण गर्मी व लू को कम मतदान होने का कारण माना जा रहा है। मतदान सम्पन्न होने के पश्चात ईवीएम व वीवीपैट मशीनें सील की गई। पीठासीन अधिकारियों की देखरेख में ईवीएम मशीनों को सील कराकर पोलिंग पार्टियां कूकडा मंडी स्थित स्ट्रांग रूम में पहुंची, जहां पर कड़ी सुरक्षा के बीच देर रात तक ईवीएम व वीवीपैट मशीनें जमा की गई।
अब चार जून को होने वाली मतगणना पर सभी की निगाहें टिक गई है। मुजफ्फरनगर लोकसभा क्षेत्र के अन्तर्गत आने वाली सदर, बुढाना, खतौली, चरथावल व मेरठ जिले की सरधना विधानसभा क्षेत्र में सुबह सात बजे से मतदान प्रारम्भ हुआ। कड़ी सुरक्षा के बीच शाम छह बजे तक मतदान हुआ। छह बजते ही सभी पोलिंग बूथों के गेट बंद कर दिये गये थे और जो वोटर वोट डालने के लिये गये, उन्हें अंदर ले लिया गया था। लगभग 7 बजे तक मतदान प्रक्रिया चलती रही। इसके बाद जिला प्रशासन ने मतदान प्रतिशत घोषित किया, जिसमें मुजफ्फरनगर में 60.02 प्रतिशत मतदान हुआ। मुजफ्फरनगर जिले की दो विधानसभा सीटें पुरकाजी व मीरांपुर को बिजनौर लोकसभा क्षेत्र से जोडा गया है।
दोनों विधानसभा क्षेत्रों के मतदाताओं ने बिजनौर लोकसभा सीट के लिये वोट डाले।
इस बार वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव से 8 प्रतिशत कम मतदान हुआ है, जिससे प्रत्याशियों के चेहरें पर चिंता की लकीरें देखी गई। मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट से लोकसभा प्रत्याशी हरेन्द्र मलिक, भाजपा-लोकदल गठबंधन प्रत्याशी संजीव बालियान व बसपा प्रत्याशी दारा सिंह प्रजापति समेत 11 प्रत्याशी चुनाव मैदान में डटे हुए है, जिनके भाग्य का फैसला आगामी चार जून को होगा। सभी प्रत्याशियों के समर्थक हार जीत के गुणाभाग में लगे हुए है।
मतदान के दौरान आज कई स्थानों पर छिटपुट घटनाएं भी हुई, जिसमें शहर के तस्मिया स्कूल व मोती महल स्थित मालवीय पब्लिक स्कूल में मतदान के दौरान सपा व भाजपा कार्यकर्ताओं में झड़प हुई, जिसे पुलिस ने तत्काल शांत करा दिया। इसके अलावा शाहपुर क्षेत्र में भी कुछ स्थानों पर हल्की फुल्की झड़प हुई। कुल मिलाकर जिले में मतदान शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न हुआ।
जिलाधिकारी अरविंद मलप्पा बंगारी व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह लगातार पुलिस व अर्धसैनिक बलों के साथ जिले के विभिन्न पोलिंग बूथों पर भ्रमण करते रहे। आलाधिकारियों ने लोगों में विश्वास पैदा किया वह निष्पक्ष होकर अपने मताधिकार का प्रयोग करें, जिसका असर भी देखने को मिला ओर छिटपुट घटनाओं को छोड़कर जिले में शांतिपूर्ण तरीके से मतदान सम्पन्न होने पर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने राहत की सांस ली और जिले की जनता का भी आभार जताया।
मंसूरपुर थाना क्षेत्र में लोकसभा चुनाव शांति के साथ संपन्न हुआ। कहीं कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली। सुबह 7 बजते ही मतदान शुरू हुआ। करीब 9 बजे तक बूथों पर मतदाताओं की लाइन देखी गई। फिर मतदान दोपहर तक धीमी गति से चला। गांव-गांव में मतदान बूथ सूने नजर आए। दोपहर बाद करीब 3 बजे से फिर मतदान ने रफ्तार पकड़ी और जगह-जगह पर मतदाताओं ने मतदान प्रतिशत बढ़ाया। इस बार लोकसभा चुनाव में युवाओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। पहली बार वोटिंग कर रहे युवाओं में मतदान को लेकर काफी उत्साह नजर आया। बुजुर्गों तथा दिव्यांगों ने भी घर से निकलकर काफी संख्या में मतदान किया।