Sunday, April 27, 2025

भारत में 625 उड़ान मार्ग शुरू, इससे 1.49 करोड़ यात्रियों को हुआ फायदा

नई दिल्ली। देश में ‘उड़ान योजना’ के तहत 625 हवाई मार्गों पर सेवाएं शुरू हो चुकी हैं। इन मार्गों से देशभर के 90 हवाई अड्डे आपस में जुड़ गए हैं। इस योजना का 1.49 करोड़ से ज्यादा यात्रियों ने लाभ उठाया है। इस योजना की शुरुआत 21 अक्टूबर 2016 को हुई थी, जिसकी पहली उड़ान 27 अप्रैल, 2017 को शिमला से दिल्ली के बीच भरी गई थी। इसका उद्देश्य देश के छोटे शहरों को भी हवाई यात्रा से जोड़ना और लोगों को सस्ती हवाई सेवाएं उपलब्ध कराना था।

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नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने शनिवार को जारी एक बयान में बताया कि देश में हवाई अड्डों की संख्या 2014 में 74 थी, जो 2024 तक बढ़कर 159 हो गई है। पिछले 10 साल में हवाई अड्डों की संख्या दोगुनी से भी ज्यादा हो गई है। ‘उड़ान’ योजना के तहत सरकार ने अब तक 4,023.37 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता (वीजीएफ) दी है, ताकि कंपनियां दूरदराज के इलाकों में भी उड़ानें चला सकें। इससे छोटे शहरों में पर्यटन, स्वास्थ्य सेवाओं और व्यापार को बढ़ावा मिला है और स्थानीय स्तर पर रोजगार भी बढ़ा है।

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उड़ान ने क्षेत्रीय पर्यटन, स्वास्थ्य सेवा तक पहुंच और व्यापार को मजबूत किया जिससे टियर-2 और टियर-3 शहरों में आर्थिक विकास को बढ़ावा मिला। लंबे समय से आकांक्षाओं के प्रतीक के रूप में देखा जाने वाला आकाश कभी भारत में कई लोगों के लिए एक अप्राप्य सपना था। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने कहा कि ‘उड़ान’ सिर्फ एक योजना नहीं, बल्कि एक बड़ा बदलाव है। इस योजना ने छोटे शहरों और दूरदराज के इलाकों को भी देश के हवाई नेटवर्क से जोड़ दिया है। इसने आम आदमी के लिए हवाई यात्रा को सस्ता और आसान बना दिया है।

 

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उड़ान योजना की परिकल्पना राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन नीति (एनसीएपी) 2016 के तहत की गई थी, जिसका लक्ष्य 10 साल का है ताकि टियर-2 और टियर-3 शहरों को बाजार संचालित लेकिन वित्तीय रूप से समर्थित मॉडल के माध्यम से जोड़ा जा सके। इस योजना ने एयरलाइनों को रियायतों और व्यवहार्यता अंतर निधि (वीजीएफ) के माध्यम से क्षेत्रीय मार्गों पर परिचालन करने के लिए प्रोत्साहित किया जिससे किफायती किराया और बेहतर पहुंच सुनिश्चित हुई।

नागर विमानन मंत्रालय द्वारा कार्यान्वित इस प्रमुख योजना ने तब से भारत के क्षेत्रीय संपर्क परिदृश्य को बदल दिया है। आम नागरिक के लिए किफायती हवाई यात्रा का सपना पहली उड़ान के साथ साकार हुआ। यह ऐतिहासिक उड़ान 27 अप्रैल 2017 को शुरू हुई थी, जो शिमला की शांत पहाड़ियों को दिल्ली के हलचल भरे महानगर से जोड़ती है। 27 अप्रैल 2025 को भारतीय विमानन क्षेत्र में एक परिवर्तनकारी यात्रा की शुरुआत हुई जिसने अनगिनत नागरिकों के लिए आसमान खोल दिया। इस योजना के कल 8 साल पूरे हो जाएंगे।

उल्‍लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार ने 21 अक्टूबर, 2016 को क्षेत्रीय संपर्क योजना (आरसीएस) उड़ान (“उड़े देश का आम नागरिक”) का शुभारंभ किया था। यह प्रधानमंत्री के इस विजन पर आधारित है कि हवाई चप्पल पहनने वाला एक आम आदमी भी हवाई यात्रा करने में सक्षम होना चाहिए, उड़ान का उद्देश्य सभी के लिए उड़ान को सुलभ और किफायती बनाकर विमानन को बढ़ावा देना है। इस प्रमुख योजना ने तब से भारत के क्षेत्रीय संपर्क परिदृश्य को बदल दिया है।

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