शामली। वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए ‘‘उत्तर प्रदेश गौरव सम्मान’’ हेतु नामांकन की प्रक्रिया के संबंध में निदेशक, संस्कृति निदेशालय, उत्तर प्रदेश, लखनऊ द्वारा दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। इस बारे में जानकारी देते हुए शामली के जिलाधिकारी अरविन्द कुमार चौहान ने बताया कि इस सम्मान का उद्देश्य प्रदेश के उन विशिष्ट व्यक्तियों को सम्मानित करना है जिन्होंने अपने प्रयासों से विभिन्न क्षेत्रों में अद्वितीय योगदान दिया है और राज्य का नाम राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर गौरवान्वित किया है।
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यह सम्मान उन महानुभावों को दिया जाएगा जिन्होंने कला एवं संस्कृति, कृषि, उद्यमिता, कौशल विकास, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, साहित्य, शिक्षा, खेल, समाज सेवा, पर्यावरण संरक्षण, महिला सशक्तिकरण, ग्राम विकास आदि क्षेत्रों में उत्कृष्ट उपलब्धियां हासिल की हैं। इन क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान देने वाले व्यक्तियों का नामांकन किया जा सकता है, ताकि उन्हें उनके योगदान के लिए ‘‘उत्तर प्रदेश गौरव सम्मान’’ से अलंकृत किया जा सके।
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जिलाधिकारी ने जानकारी बताया कि ‘‘उत्तर प्रदेश गौरव सम्मान’’ उन विशिष्ट व्यक्तियों को प्रदान किया जाएगा जिन्होंने अपने क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान किया है। इस सम्मान के लिए निम्नलिखित क्षेत्रों का चयन किया गया है। जिसमें कला एवं संस्कृति: शास्त्रीय संगीत, लोक संगीत (गायन, वादन, नृत्य), ललित कलाएं, नाट्य विधाएं, फिल्म और मीडिया।समाज सेवा और कल्याण: समाजसेवा, समाज कल्याण, युवा कल्याण, महिला कल्याण, और दिव्यांग कल्याण।कृषि और पर्यावरण: कृषि, उद्यान, दुग्ध विकास, गोसेवा, पशुपालन, वन एवं वन्यजीव संरक्षण, और पर्यावरण संरक्षण।उद्यमिता और रोजगार: उद्यमिता, कौशल विकास, रोजगार सृजन, और स्वावलंबन। विशेष योगदान: शिक्षा, साहित्य, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, खेल आदि के क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान करने वाले व्यक्ति, जिन्हें स्क्रीनिंग समिति उपयुक्त समझे।
उत्तर प्रदेश का मूल निवासी होना आवश्यक है। राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातिप्राप्त व्यक्तित्व, जिन्होंने अपनी दीर्घ साधना से श्रेष्ठता प्राप्त की हो। उत्तर प्रदेश का नाम राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर रोशन करने वाले व्यक्तियों को प्राथमिकता दी जाएगी। जिन्हें राज्य या केंद्र सरकार से पूर्व में कोई अन्य राष्ट्रीय या राज्य पुरस्कार मिल चुका हो, सामान्यतः वे इस सम्मान के पात्र नहीं होंगे। नामांकित व्यक्तियों के विशिष्ट योगदान का विवरण संस्तुतकर्ता द्वारा स्पष्ट रूप से अंकित करते हुए निदेशक, संस्कृति निदेशालय को भेजा जाएगा। इसके पश्चात निदेशक द्वारा इन प्रस्तावों का परीक्षण किया जाएगा और मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली स्क्रीनिंग कमेटी के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। कमेटी की संस्तुतियों पर मुख्यमंत्री का अनुमोदन प्राप्त होने के बाद ‘‘उत्तर प्रदेश गौरव सम्मान’’ प्रदान किया जाएगा।
जिलाधिकारी ने जानकारी दी कि ‘उत्तर प्रदेश गौरव सम्मान’ के तहत चयनित महानुभावों को 11 लाख रुपये की नगद धनराशि, अंगवस्त्र, और ताम्रपत्र या मोमेंटो भेंट स्वरूप प्रदान किए जाएंगे। सम्मान के लिए पात्र व्यक्तियों के नामांकन 25 नवंबर 2024 तक निर्धारित प्रारूप पर भरे जाकर प्रस्तावित किए जा सकते हैं।
नामांकन ऑनलाइन gauravsammanup@gmail.com पर ईमेल के माध्यम से या ऑफलाइन ‘निदेशक, संस्कृति निदेशालय, उत्तर प्रदेश, नवम तल, जवाहर भवन, लखनऊ’ पर भेजे जा सकते हैं।