लखनऊ। 69 हजार शिक्षक भर्ती में आरक्षण लागू करने में हुई विसंगति के कारण नियुक्ति से आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों ने बुधवार को विधान भवन के सामने विरोध प्रदर्शन करने की कोशिश की। इस दौरान उनकी पुलिस से तीखी नोंकझोक हुई। कई अभ्यर्थियों के चोटिल होने की बात सामने आयी है।
यूपी विधानभवन में विधानमंडल की शीतकालीन सत्र चल रहा है। इस दौरान यहां पर किसी भी प्रकार का धरना प्रदर्शन, रैली, जनसभाएंं करना पूरी तरह से प्रतिबंध है। इसी बीच अपनी मांग को लेकर 69 हजार शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों ने विधान भवन के सामने अपना विरोध प्रदर्शन करने की कोशिश की। सुरक्षा में मौजूद फोर्स से अभ्यर्थियों की झड़प हुई। प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों को पुलिस ने वहां से हटाने का प्रयास किया, लेकिन अभ्यर्थी अपनी मांग पर अड़े थे।
इस दौरान अभ्यर्थी बैनर, पोस्टर लेकर सरकार से अपनी मांग कर रहे थे। पुलिस ने हुसैनगंज चौराहे के पास बैरिकेडिंग करके अभ्यर्थियों को रोक लिया। पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया और बसों में भरकर फिर से ईको गार्डेन भेज दिया।
अभ्यर्थियों का नेतृत्व कर रहे विजय यादव ने बताया कि पिछले साल पांच जनवरी को ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद आरक्षित वर्ग के 6800 अभ्यर्थियों की नियुक्ति के लिए सूची जारी की गई थी। लेकिन नियुक्ति आज तक नहीं हो पाई। हम लोगों की मांग है कि हमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कराई जाए ताकि हम अपनी मांग उनके सामने रख सकें।
उन्होंने बताया कि अपनी मांग को लेकर हमने शिक्षामंत्री, भाजपा प्रदेश कार्यालय तक गए, लेकिन किसी ने भी उनकी सुनवाई नहीं की। मजबूरन धरना प्रदर्शन किया गया तो पुलिस बल से उन्हें हटा दिया गया।