चेन्नई (तमिलनाडु)। तीन दिन पहले जेल से रिहा हुए 39 वर्षीय हिस्ट्रीशीटर को चेन्नई में राजभवन के सामने पेट्रोल बम फेंकने के आरोप में गिंडी पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। आरोपित की पहचान विनोथ उर्फ करुक्का विनोद के रूप में हुई है। खबरों के मुताबिक, इस बात से नाराज था कि राज्यपाल आरएन रवि ने जेल से उसकी समयपूर्व रिहाई पर सहमति नहीं दी। उसने राजभवन के सामने दो पेट्रोल बम फेंके।
जानकारी के अनुसार बुधवार शाम राजभवन के सामने दो पेट्रोल बम फेंके गए। यह बम एक प्रकार का मोलोटोव कॉकटेल है, जिसे फेंकने से पहले आग से जलाया जाता है। पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है।
उल्लेखनीय है कि नंदनम में एसएम नगर के निवासी विनोद को फरवरी 2022 में टी नगर में स्थित तमिलनाडु भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मुख्य कार्यालय- कमलालयम पर तीन पेट्रोल बम फेंकने के बाद भी गिरफ्तार किया गया था। अपनी गिरफ्तारी के बाद उसने कथित तौर पर पुलिस को बताया कि उसने राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा (नीट- एनईईटी) पर भाजपा के रुख के खिलाफ विरोध व्यक्त करने के लिए बम फेंके थे। एक साल की कैद के बाद उसे तीन दिन पहले रिहा किया गया। बुधवार को, उसने राजभवन पर दो बम फेंके और फिर ड्यूटी पर मौजूद पुलिस ने उसे पकड़ लिया। पुलिस ने उसके पास से दो और पेट्रोल बम बरामद किये।
रिपोर्टों के अनुसार, विनोद ने कथित तौर पर 2015 में सरकार द्वारा संचालित टीएएसएमएसी शराब की दुकान और 2017 में तेन्नमपेट पुलिस स्टेशन के सामने पेट्रोल बम फेंके थे। उसके खिलाफ कम से कम 14 मामले दर्ज हैं जिसमें चार हत्या के प्रयास के मामले और 10 अन्य संगीन आपराधिक मामले भी चल रहे हैं।
भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष के अन्नामलाई ने आरोप लगाया है कि यह घटना तमिलनाडु में वास्तविक कानून-व्यवस्था की स्थिति का प्रतिबिंबित करती है। उन्होने इसके लिए द्रमुक को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि यह वही व्यक्ति है जिसने फरवरी 2022 में चेन्नई में भाजपा के तमिलनाडु मुख्यालय पर हमला किया था। ये लगातार हमले यह सोचने पर मजबूर करते हैं कि डीएमके सरकार इन हमलों को प्रायोजित कर रही है।