देवबंद (सहारनपुर)। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव गुरूवार को देवबंद में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सियासी हालात का जायजा लेंगे और पूर्व विधायक एवं पूर्व पालिकाध्यक्ष माविया अली के सभासद बेटे हैदर अली के विवाह समारोह में भी शिरकत करेंगे। श्री त्रिपुर माँ बाला सुंदरी देवी सिद्धपीठ और इस्लामिक शिक्षण संस्था दारूल उलूम देवबंद की धरती पर अखिलेश यादव तीसरी बार आ रहे हैं। सहारनपुर जनपद में मुस्लिमों का बाहुल्य है। यह जिला समाजवादी पार्टी के जीवन पर्यन्त प्रदेश अध्यक्ष रहे चौ.रामशरण दास का, जो डा.राममनोहर लोहिया के कट्टर समर्थकों में और नेता मुलायम सिंह यादव के अत्यंत करीबियों में रहे हैं। अखिलेश यादव भी इस जिले के लोगों से बेहद लगाव रखते हैं।
सहारनपुर जनपद की सात सीटों में से सहारनपुर ग्रामीण और मुजफ्फराबाद पर सपा का कब्जा है। अखिलेश यादव ने पिछले दिनों इसी जिले के शाहनवाज खान को विधान परिषद का सदस्य नियुक्त किया था। सहारनपुर नगर सीट का तीन बार प्रतिनिधित्व करने वाले पूर्व मंत्री संजय गर्ग भी सपा के इस क्षेत्र के स्तंभ माने- जाते हैं। देवबंद विधानसभा सीट से पिछले चुनाव में पूर्व मंत्री राजेंद्र राणा के होनहार पुत्र कार्तिकेय राणा ने भाजपा के उम्मीदवार कुंवर बृजेश को तगड़ी टक्कर दी थी।
इस जिले में समाजवादी पार्टी का मजबूत आधार है। लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी किसे उम्मीदवार बनाती है और गठबंधनों के साथ चुनाव में जाती है अथवा अपने बलबूते चुनाव लड़ती है, इन सवालों का जवाब तो अखिलेश यादव के पास है। लेकिन सहारनपुर जिले की सहारनपुर और कैराना दोनों लोकसभा सीटों पर सपा की अगुवाई वाला गठबंधन भाजपा को कड़ी टक्कर अवश्य देगा। अखिलेश यादव गुरूद्वार दोपहर देवबंद पहुंचेगें जहां पार्टी के जनप्रतिनिधि संगठन के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेगें।
अखिलेश यादव का सहारनपुर के देवबंद का दौरा सियासी ऐतबार से बेहद महत्वपूर्ण है। भाजपा की भी उनके दौरे पर नजरें लगी हैं और गैर सपाई दलों के नेता भी उन पर अपनी निगाहें लगाए हुए हैं। देखना है अखिलेश का दौरा पश्चिमी उत्तर प्रदेश की सियासत में क्या गुल खिलाता है।