इस्तांबुल। तुर्किये में आए विनाशकारी भूकंप में मरने वालों की संख्या बढ़कर 40,689 हो गई है। वहीं, मलबे में लोगों की तलाश और बचाव का प्रयास अपने अंत की तरफ बढ़ना शुरू हो गया है। भूकंप प्रभावित 11 में से नौ प्रांतों में बचाव का काम समाप्त हो चुका है। फिलहाल तोड़फोड़ करने वाला दल मलबे के ढेर को हटाने के काम में जुट गया है। अब तक तुर्किये और सीरिया में मृतकों की सम्मिलित संख्या बढ़कर 44,337 हो गई है।
तुर्किये में भूकंप के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 40, 689 हो गई है। यह जानकारी देश की आपदी एजेंसी एएफएडी के प्रमुख यूनुस सेजर ने दी। मृतकों की संख्या में शनिवार शाम तक के आंकड़े के मुकाबले 47 की बढ़ोतरी हुई है।
सेजर ने अंकारा में कहा कि भूकंप से प्रभावित 11 में से नौ प्रांतों में तलाश और बचाव का काम समाप्त हो चुका है। उन्होंने कहा कि भूकंप का केंद्र रहे रामनमारस और हतय में अभियान अभी जारी है। उन्होंने कहा कि दो प्रांतों में बचाव अभियान जारी है लेकिन मलबे से किसी के जीवित निकाले जाने के कोई संकेत नहीं हैं।
इसके पहले शनिवार को एक परिवार के तीन सदस्यों- मां, पिता और 12 वर्षीय बेटे को हतय में ध्वस्त इमारत के मलबे से निकाला गया था, लेकिन बेटे की बाद में मौत हो गई थी।
तुर्किये आपदा प्रबंधन ने कहा कि शुरुआती भूकंप के बाद करीब 6,040 आफ्टरशॉक (मुख्य भूकंप के बाद के झटके) ने 11 प्रांतों को प्रभावित किया। शुरुआती भूकंप की तीव्रता 7.8 थी, लेकिन इसके नौ घंटों बाद 7.5 तीव्रता का झटका आया।
एएफएडी के महा प्रबंधक ओरहान तातर ने कहा कि बाद में पांच से छह तीव्रता के 40 झटके (ऑफ्टरशॉक) आए जबकि 6.6 तीव्रता वाले बाद के झटके की संख्या एक थी। उन्होंने द्वितीयक आपदाओं जैसे कि भूस्खलन और चट्टान खिसकने को लेकर चेताया है।
तुर्किये के पर्यावरण और शहरीकरण मंत्रालय की ओर से की गई जांच में करीब 105,794 इमारतें तबाह हो गई हैं या इतना बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुई हैं कि उन्हें ध्वस्त करने की जरूरत है।
मंत्रालय ने रविवार को एक बयान में कहा कि इनमें से 20,662 इमारतें ढह गईं। नष्ट हुई इमारतों में 3,84,500 से अधिक इकाइयां थीं, जिनमें ज्यादातर आवासीय अपार्टमेंट थे।