नागपुर। महाराष्ट्र कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने शनिवार को कहा कि किसानों, युवाओं, महिलाओं, कानून-व्यवस्था और अन्य सार्वजनिक मुद्दे उठाने के लिए पार्टी 11 दिसंबर को महाराष्ट्र विधानसभा तक ‘हल्ला बोल’ मार्च निकालेगी।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि राज्य के किसान बेहद संकट में हैं, कृषि उपज का कोई दाम तय नहीं है। हाल ही में हुई बेमौसम बारिश/ओलावृष्टि से किसानों को भारी नुकसान हुआ है, फिर भी सरकार ने उन्हें उचित सहायता नहीं दी है।
उन्होंने कहा कि सरकार सिर्फ खोखली घोषणाएं कर रही है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अन्य लोग तबाह हुए खेतों पर गए और सिर्फ तस्वीरें खींचकर लौट आए। वास्तविक सहायता अभी तक किसानों तक नहीं पहुंची है। यहां तक कि पिछली घोषित सहायता भी वितरित नहीं की गई है और फसल बीमा राशि भी लंबित है।
नाना पटोले ने आगे कहा कि कांग्रेस-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी)-शिवसेना (यूबीटी) की विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) ने किसानों की दुर्दशा को उजागर करने के लिए विधानसभा के बाहर लगातार दो दिनों तक जोरदार विरोध प्रदर्शन किया, लेकिन राज्य सरकार ने इस पर चर्चा की अनुमति नहीं दी।
कानून-व्यवस्था की स्थिति पर बात करते हुए पटोले ने लेटेस्ट राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) रिपोर्ट का हवाला दिया, जिसमें अपहरण, हत्या, महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार और अन्य अपराधों में महाराष्ट्र दूसरे स्थान पर है। लेकिन उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और गृह मंत्री ने इन्हें पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया है।
उन्होंने सत्तारूढ़ महायुति शासन पर भर्तियों की घोषणा नहीं करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सरकारी विभागों में 2.5 लाख पद खाली हैं, लेकिन सरकार भर्ती नहीं कर रही है। लाखों छात्र नौकरी का इंतजार कर रहे हैं, लाखों बच्चे उम्र सीमा से वंचित रह जा रहे हैं।
‘हल्ला बोल’ का नेतृत्व पटोले करेंगे। इसमें बालासाहेब थोराट, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण और पृथ्वीराज चव्हाण, सतेज पाटिल, एम आरिफ नसीम खान, बसवराज पाटिल, प्रणीति शिंदे, कुणाल पाटिल जैसे वरिष्ठ नेता, सभी विधायक व सांसद, महिला कांग्रेस, युवा कांग्रेस और पार्टी की अन्य शाखाएं शामिल होंगी।