नयी दिल्ली। मनोनित सदस्य सोनल मान सिंह ने आज राज्यसभा में एकल नृत्य को देश की संस्कृति और परंपरा का अभिन्न अंग बताते हुये इसको प्रोत्साहित करने की मांग की।
श्रीमती सिंह ने शून्यकाल के दौरान ये मांग करते हुये कहा कि वे स्वयं एकल नृतक रही है और दुनिया के 90 देशों में अपनी प्रस्तुति दे चुकी हैं। अब यह नृत्य मृतप्राय: हो चुकी है क्योंकि अब फिल्मों की तरह समूह नृत्य को बढ़ावा मिल रहा है। उन्होंने कहा कि भगवान शिव को नटराज के स्वरुप से सब लोग परिचित हैं। भारत मंडपम में भी 27 फीट ऊंची नटराज की प्रतिमा लगायी गयी है। उनका भी यह एकल नृत्य का ही है।
उन्होंने कहा कि देश में त्रिपुरा से लेकर गुजरात तक और कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक एकल नृत्य का चलन है लेकिन अब यह समाप्त हो रहा है। उन्होंने सरकार इस पर ध्यान देने और इसको बढ़ावा देने की मांग की।