नोएडा। औद्योगिक शहर नोएडा एवं ग्रेटर नोएडा में रहने वाले मदिरा प्रेमी उत्तर प्रदेश सरकार का खजाना निस्वार्थ भाव से भरने में लगे हुए हैं।
गौतमबुद्ध नगर के आबकारी विभाग के अधिकारियों के अनुसार 1 अप्रैल से 29 दिसंबर तक यहां के लोगों ने 1308.59 करोड़ की मदिरा गटक ली, जबकि पिछले वर्ष इतने दिनों में यह आंकड़ा 1,125.12 करोड़ का था। इस वर्ष मदिरा की बिक्री में करीब 16.30 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
आबकारी विभाग के अधिकारियों का अनुमान है कि नव वर्ष के स्वागत में भी यहां पर मदिरा की बिक्री जबरदस्त होगी। अधिकारियों के अनुसार नव वर्ष के अवसर पर करीब 12 करोड़ रुपए की मदिरा की बिक्री की संभावना है। पिछले वर्ष नव वर्ष के स्वागत में यहां के लोगों ने 9 करोड़ से ज्यादा की मदिरा पी थी।
जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि जनपद में 439 मदिरा की दुकान हैं। जिनमें देसी मदिरा, अंग्रेजी मदिरा और बीयर की दुकान शामिल है। उन्होंने बताया कि आबकारी विभाग तस्करी की शराब रोकने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। इस वर्ष सैकड़ों शराब तस्करों को गिरफ्तार कर करोड़ों रुपए की तस्करी की हजारों लीटर शराब बरामद की गई है। उन्होंने बताया कि मदिरा की दुकान पर प्रिंट रेट से ज्यादा पैसे लेकर शराब बेचने वाले लोगों के खिलाफ भी आबकारी विभाग कार्रवाई कर रहा है।
उन्होंने बताया कि इस वर्ष 33 से ज्यादा लोगों के खिलाफ विभिन्न थानों में मुकदमा दर्ज करवाकर उन्हें गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने लोगों से अपील किया है कि वे जनपद में स्थित सरकारी शराब के ठेके से मदिरा खरीद कर सेवन करें।
उन्होंने कहा कि सस्ती शराब के चक्कर में लोग दिल्ली, पंजाब, अरूणाचल प्रदेश और हरियाणा से शराब लेकर आते हैं। नियम के अनुसार बाहर की प्रांत की शराब उत्तर प्रदेश में लाना गैरकानूनी है। उन्होंने लोगों से अपील किया कि वे सस्ती शराब के चक्कर में अन्य प्रांत से शराब ना लाएं अन्यथा पार्टी के बजाय उन्हें जेल की हवा खानी पड़ सकती है।