हैदराबाद- तेलंगाना में पुलिस ने कॉर्पोरेट फर्म साहिती इंफ्राटेक वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड में 500 करोड़ रुपये से अधिक के घोटाले का खुलासा किया है।
पुलिस रविवार को बताया कि एम यशवंत कुमार और 240 अन्य द्वारा दायर एक शिकायत के आधार पर साहिती इंफ्राटेक वेंचर्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, प्रबंध निदेशक बूदाती लक्ष्मीनारायण के खिलाफ साइबराबाद पुलिस ने 01 अगस्त, 2022 को भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 406 (आपराधिक विश्वासघात), 420 (धोखाधड़ी) आर/डब्ल्यू 34 (सामान्य इरादा) के तहत मामला दर्ज किया था। आरोप है कि आरोपी ने अन्य निदेशकों और टीम के सदस्यों (ए-2 से ए-22) के साथ मिलकर लगभग 1752 पीड़ितों को सांगा रेड्डी जिले के अमीनपुर गांव में साहिति सरवानी एलीट परियोजना में 504 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश करने के लिए प्रेरित किया। आरोपी परियोजना को पूरा करने में विफल रहा, जिसके कारण धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया।
आरोपी ने हैदराबाद महानगर विकास प्राधिकरण (एचएमडीए) और ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) से जमीन और आवश्यक अनुमति प्राप्त करने से पहले एक प्री-लॉन्च ऑफर शुरू किया था। जमा राशि जून 2019 से एकत्र की गई, जबकि भूमि अधिग्रहण और अनुमति बाद में प्राप्त की गयी।
आरोपियों ने एकत्र किए गए धन का उपयोग कई परियोजनाओं को शुरू करने के लिए किया, जिनमें साहिती की स्वधा, शिस्ता एबोड, साहिती ग्रीन, साहिती का सितारा कमर्शियल, साहिती का महेतो सेंट्रो, आनंद फॉर्च्यून, साहिती कृति ब्लॉसम, साहिती सुदीक्षा और रूबी कॉन साहिती शामिल हैं, जिससे लगभग 1164 करोड़ रुपये जमा हुए।
साहिती इंफ्राटेक इंडिया वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा प्राप्त कुल राशि 11,19,93,93,871 रुपये थी, जिसमें खर्च 11,11,26,84,849 रुपये बताया गया था।
ऑडिटर की रिपोर्ट में तीन परियोजनाओं के बारे में अधुरी जानकारी दी गयी थी और वित्तीय रिकॉर्ड में विसंगतियां थींय़ आरोपियों ने अन्य परियोजनाओं को पूरा करने के लिए सरवानी एलीट परियोजना से प्राप्त धन का उपयोग किया, जिससे अधूरा विकास और वित्तीय अनियमितताएं हुईं।
जांच के दौरान, यह पता चला कि भूमि अधिग्रहण और विकास प्रक्रियाओं में विसंगतियों के साथ, अमीनपुर गांव में भूमि मालिकों को 104.9 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया था।
कथित तौर पर बूदाती लक्ष्मीनारायण के सहयोगियों को भूमि के लिए अग्रिम राशि , मार्केटिंग टीम को कमीशन और लगभग 80 करोड़ रुपये की अन्य राशि का भुगतान किया गया था।
उल्लेखनीय है कि उच्च न्यायालय के आदेश पर इस मामले में संयुक्त जांच चल रही है, जिसमें साहिती इंफ्राटेक वेंचर्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और उसके निदेशक के खिलाफ कुल 50 मामले दर्ज हैं।
मामलों का विश्लेषण और जांच संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) और विशेष जांच दल (एसआईटी) द्वारा की जा रही है।