नई दिल्ली। वेस्ट यूपी के किसानों पर पुलिस ने पहरा बिठा दिया है। वहीं दिल्ली के गाजीपुर बार्डर पर विभिन्न मांगों को लेकर मंगलवार सुबह से किसान नेताओं की भीड़ पहुंचने लगी है। किसान दिल्ली में कूच करने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन पुलिस बल उन्हें रोक रहा है। गौतमबुद्ध नगर से भी दो सौ से ज्यादा किसान नेता अपने कार्यकर्ता गाजीपुर बार्डर पहुंचने थे, लेकिन सोमवार रात ही नोएडा पुलिस ने इन किसान नेताओं को नजरबंद कर दिया।
भारतीय किसान यूनियन क्रांति के प्रदेश अध्यक्ष परविंदर यादव सोमवार रात करीब 9 बजे उनके नोएडा सेक्टर 166 स्थित निवास स्थान पर थाना सेक्टर 113 की पुलिस पहुंच गई। पुलिस अधिकारियों ने उनसे कहा कि वे गाजीपुर बार्डर या सिंधु बार्डर नहीं जायेंगे। अगर जाने की कोशिश की तो उन्हें मजबूरन जेल भेजना पड़ेगा। परविंदर ने बताया कि उनके नोएडा से कुछ कार्यकर्ता पुलिस को गच्चा देकर गाजीपुर बार्डर पहुंच गए हैं। इसके अलावा भारत के अलग-अलग राज्यों से उनके संगठन के सैकड़ों कार्यकर्ता गाजीपुर या सिंधु बार्डर पहुंच रहे हैं।
वहीं भारतीय किसान संगठन एकता के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रमोद यादव ने बताया कि सोमवार रात उनके सोरखा स्थित कार्यालय पर पुलिस ने पहुंचकर उन्हें नजरबंद किया हुआ है। उनके वेस्ट यूपी के कई जिलों में सैकड़ों कार्यकर्ता हैं। सभी को पुलिस ने नजरबंद किया हुआ है। इसके अलावा नोएडा- ग्रेटर नोएडा में करीब दो दर्जन के करीब किसान संगठनों के नेताओं को पुलिस ने नजरबंद किया हुआ है।
बताया जा रहा है कि इन किसान नेताओं को कई दिनों तक नजरबंद रखा जा सकता है। पुलिस की एक अधिकारी के मुताबिक जब तक गाजीपुर बार्डर और सिंधु बार्डर पर किसान रहेंगे, तब तक नोएडा-ग्रेटर नोएडा के किसान नेताओं को नजरबंद रखा जायेगा। बार्डर पर किसानों का दिल्ली कूच संघर्ष लंबा चलने की आशंका जताई जा रही है।