लखनऊ। लोकसभा चुनाव जैसे-जैसे करीब आ रहा है,.वैसे-वैसे नेताओं ने दूसरे दलों में शामिल होने का सिलसिला बढ़ता जा रहा है। एनडीए से गठबंधन के बाद से राष्ट्रीय लोकदल में अन्य दलों के नेताओं लगातार सम्पर्क में हैं और पार्टी में शामिल हो रहे हैं।
रालोद के भाजपा से गठबंधन के बाद पश्चिम उत्तर प्रदेश में सियासी स्थिति मजबूत होती जा रही है। ऐसे में कई दलों के नेताओं को रालोद में शामिल होना जारी है। इसी क्रम में हस्तिनापुर के पूर्व बीजेपी विधायक और वर्तमान में सपा नेता गोपाल काली रालोद में शामिल हो गए।
सपा नेता ने दिल्ली रालोद कार्यालय पहुंचकर राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी से मुलाकात की और पार्टी की शामिल हो गए। इस मुलाकात के बाद उन्होंने पश्चिम में पार्टी का जनाधार बढ़ाने और लोकसभा में रालोद उम्मीदवारों को जिताने का दावा किया।
उल्लेखनीय है कि गोपाल काली पूर्व में बीजेपी नेता थे और हस्तिनापुर से बीजेपी विधायक रहे। यहां से दिनेश खटीक को टिकट मिलने से काली का पत्ता कट गया था। सियासी मायनों में काली मंत्री दिनेश खटीक के को प्रतिद्वंदी मानते थे और टिकट कटने से खफा होकर उन्होंने दो साल पहले सपा की साइकिल पर सवार हो गए। सपा में भी अपना सियासी रूतबा न बनने पर अब उन्होंने रालोद का दामन थाम लिया है।