बागपत। राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) का एनडीए से गठबंधन के बाद लगातार पार्टी के पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मजबूत होता देखा जा रहा है। इस सियासी मजबूती के बीच रालोद को झटका लगा है। पार्टी की बागपत से महिला जिलाध्यक्ष रेणु तोमर ने पार्टी संगठन और पदाधिकारियों के निर्णय से असंतुष्ठ होकर इस्तीफा दे दिया।
उन्होंने अपने पद से इस्तीफा देते हुए कहा कि उनका परिवार तीन पीढ़ियों से रालोद के साथ रहा। लेकिन पता नहीं क्या सोचकर किसी भी पार्टी से चुनाव आने पर गठबंधन कर लिया गया। इससे गठबंधन के चलते करें कोई और भरे कोई, वाली स्थिति पार्टी में पुराने कार्यकर्ताओं के साथ होती है। अपने इस्तीफे में रेणु तोमर ने लिखा कि बीजेपी की विचारधारा उनकी पार्टी की विचारधारा से मेल नहीं खाती।
उल्लेखनीय है कि रालोद व भाजपा की संयुक्त चुनावी बैठक में रेणु तोमर शामिल हुई थी। इस बैठक के दौरान दोनों ही दलों के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने उनसे किसी नारे या व्यक्ति विशेष के लिए नारे लगाने से इंकार कर दिया था और वह सहज नहीं थी। इनके इस कदम का जमकर विरोध हुआ और रेणु इस्तीफा देने के लिए मजबूर हुईं।