नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु आज (शनिवार) देश के पूर्व प्रधानमंत्री (द्वय) चौधरी चरण सिंह और पीवी नरसिम्हा राव, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर और हरित क्रांति के माध्यम से खाद्यान्न में देश को आत्मनिर्भर बनाने वाले प्रख्यात विज्ञानी एमएस स्वामीनाथन को भी मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया गया है।
राष्ट्रपति द्रोपति मुर्मू ने देश के पूर्व प्रधानमंत्री व किसान मसीहा चौधरी चरण सिंह को मरणोपरांत भारत रत्न राष्ट्रीय लोक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी को देते हुए उनको सम्मानित किया।
जानकारी के मुताबिक बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को भी भारत रत्न का सम्मान मिलना है लेकिन आज वह राष्ट्रपति भवन में उपस्थित नहीं हुए है बल्कि 31 मार्च को राष्ट्रपति उनके घर जाकर उन्हें सम्मानित करेंगी। बता दें कि भारत रत्न देश का सर्वोच्च सम्मान होता है। साल 2020 से 2023 तक किसी को भी भारत रत्न नहीं दिया गया था। इस साल सरकार ने 5 हस्तियों को इस सम्मान के लिए चुना है। सम्मान समारोह के मद्देनजर शनिवार को राष्ट्रपति भवन में चेंज ऑफ गार्ड सेरेमनी नहीं होगी।
उल्लेखनीय है कि पिछले महीने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक्स हैंडल पोस्ट कर इन विभूतियों को भारत रत्न से सम्मानित करने की घोषणा की थी। भारत रत्न देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। यह समारोह राष्ट्रपति भवन में आयोजित किया गया है।
2024 के 5 हस्तियों को मिलाकर इस सम्मान को अब तक हासिल करने वालों की संख्या 53 हो जाएगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 3 फरवरी को लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न से सम्मानित करने की घोषणा की थी। आडवाणी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और भाजपा के संस्थापक सदस्य नाना जी देशमुख के बाद ये सम्मान पाने वाले भाजपा और RSS से जुड़े तीसरे नेता हैं।
नरसिम्हा राव देश के 9वें प्रधानमंत्री थे। PM मोदी ने उन्हें भारत रत्न देने की घोषणा करते वक्त कहा था- प्रधानमंत्री के रूप में नरसिम्हा राव गारू का कार्यकाल महत्वपूर्ण उपायों द्वारा चिह्नित किया गया था, जिसने भारत को वैश्विक बाजारों के लिए खोल दिया, जिससे आर्थिक विकास के एक नए युग को बढ़ावा मिला।
चरण सिंह भारत के पांचवें प्रधानमंत्री थे। वे उत्तर प्रदेश के 5वें मुख्यमंत्री भी रहे थे। PM मोदी ने 9 फरवरी को उन्हें भारत रत्न देने की घोषणा करते वक्त कहा था- हमारी सरकार का यह सौभाग्य है कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जी को भारत रत्न से सम्मानित किया जा रहा है। यह सम्मान देश के लिए उनके अतुलनीय योगदान को समर्पित है। उन्होंने किसानों के अधिकार और उनके कल्याण के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया था।
राष्ट्रपति मुर्मू ने 23 जनवरी को कर्पूरी ठाकुर की 100वीं जयंती से एक दिन पहले उन्हें भारत रत्न देने की घोषणा की थी। कर्पूरी ठाकुर दो बार बिहार के मुख्यमंत्री और एक बार डिप्टी CM रहे। वे पिछड़े वर्गों के हितों की वकालत करने के लिए जाने जाते थे।
पीएम मोदी ने 9 फरवरी को डॉ एमएस स्वामीनाथन, पीवी नरसिम्हा राव और चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न (मरणोपरांत) देने का ऐलान किया था। स्वामीनाथन एक कृषि वैज्ञानिक थे। उन्हें भारत में ‘हरित क्रांति’ का जनक कहा जाता है।
PM मोदी ने 9 फरवरी को कहा था- डॉ. स्वामीनाथन के दूरदर्शी नेतृत्व ने न केवल भारतीय कृषि को बदल दिया है, बल्कि देश की खाद्य सुरक्षा और समृद्धि भी सुनिश्चित की है। वह ऐसे व्यक्ति थे जिन्हें मैं करीब से जानता था और मैं हमेशा उनकी अंतर्दृष्टि और इनपुट को महत्व देता था।