देहरादून। मुज़फ्फरनगर के फर्जी मैडिकल कॉलेज से डॉक्टरी की डिग्री लेकर प्रैक्टिस करने वाले चार फर्जी डॉक्टरों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। शनिवार को की गई गिरफ्तारी इस बात का प्रमाण है कि उत्तराखंड के तमाम घोटालों के बीच शहर के ऐसे डॉक्टर कहां पीछे हटने वाले हैं।
एसटीएफ को अंदेशा है कि राज्य में ऐसे 36 फर्जी डॉक्टर घूम रहे हैं जो मुन्ना भाई की तरह फर्जी डिग्री पर लोगों का इलाज कर रहे हैं । इस क्रम में पिछले दिनों एसटीएफ ने दो फर्जी डॉक्टरों की गिरफ्तारी की थी , और अब चार नए मामले और निकल कर सामने आए हैं। यह सभी रायपुर क्षेत्र के तुनवाला और रांझावाला क्षेत्र में फर्जी डिग्री के आधार पर अपना क्लीनिक चला रहे थे।
एसपी क्राइम सर्वेश पंवार ने बताया कि पुलिस जांच में फर्जी डिग्रीधारी देने वाले दो भाइयों का नाम सामने आया है जो मुज़फ्फरनगर में फर्जी मैडिकल कॉलेज चलाकर फर्जी डिग्री बेच रहे है इन दोनों भाइयों में इमलाख खान को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है जबकि उसका बड़ा भाई अभी फरार चल रहा है। इन दोनो भाइयों ने फर्जी डिग्रियां बेच कर करोड़ों की संपत्ति जुटाई है।
उन्होंने बताया कि मुजफ्फरनगर में 100 बीघा से अधिक भूमि पर कालेज भी बनाया हुआ है। पुलिस ने इन दोनों भाइयों की जानकारी ईडी को भी साझा कर दी है। जल्द ही एक विस्तृत रिपोर्ट ईडी को भेजी जाएगी। पकड़े गए।
इन फर्जी डाक्टरों में रोशन कुमार काला, अजय कुमार काला, मनोज सिंह नेगी, अनुराग नौटियाल के नाम शामिल हैं। एसआईटी टीम ने थाना नेहरू कॉलोनी पर कथित डाकटरों को पूछताछ के लिए बुलाया और उनकी फर्जी डिग्रियां पाई गईं। इन डिग्रियों के सत्यापन के आधार पर उक्त डॉक्टरों की डिग्रियां फर्जी पाए जाने पर चारों अभियुक्तगणों को गिरफ्तार कर लिया गया है।