कानपुर। सस्ता माल देने का झांसा देकर नौबस्ता के रहने वाले एक व्यापारी को अपराधियों ने अलवर राजस्थान बुलाया और उसका अपहरण कर लिया। इतना ही नहीं व्यापारी के खाते से एक लाख से अधिक रुपये निकाल लिया। मामला उस समय खुला जब परिवार से अपराधियों ने फिरौती की मांग की । परिवार ने इस संबंध में नौबस्ता थाने की पुलिस को सूचना दी। सूचना पर सक्रिय हुई पुलिस ने मुकदमा दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। हालांकि पुलिस की सक्रियता के चलते व्यापारी को छोड़कर अपराधी फरार हो गए।
पुलिस आयुक्त कानपुर बीपी जोगदंड ने बुधवार को जानकारी देते हुए बताया कि इस सम्बंध में अपहरण का मुकदमा दर्ज करके तत्काल एक टीम को अलवर के लिए रवाना कर दिया गया है। हालांकि अलवर थाने की पुलिस से संपर्क करके प्राप्त लोकेशन के आधार पर छापेमारी की गई तो अपराधी व्यापारी को छोड़कर फरार हो गए। पुलिस टीम व्यापारी को लेकर कानपुर आ रही है।
उन्होंने बताया कि नौबस्ता के आवास विकास हंसपुरम निवासी गोविंद मोहन गुप्ता ने पुलिस को सूचना दिया कि उनका भाई गोपाल मोहन गुप्ता बोरे का कारोबार करता है। उसने ऑनलाइन देखा कि अलवर राजस्थान में आधी कीमत पर माल मिल रहा था। इस पर फोन नम्बर पर बात की गई और मीटिंग करने के लिए तीन अप्रैल को उसे राजस्थान बुलाया गया। वह यहां से अलवर के लिए ट्रेन से निकल गया और सुबह वह अलवर पहुंचकर पत्नी को फोन किया और बताया कि उन्हें कुछ लोग लेने आ रहें हैं, इसके बाद वह बड़े व्यापारी के साथ उसकी मीटिंग होगी। इसके बाद उसके खाते से 1.30 लाख रुपये का ट्रांजैक्शन कर लिया गया।
इतना ही नहीं अपहरण के बाद गोपाल मोहन ने भाई, भतीजे और अपने नजदीकियों से फोन करके किसी से एक लाख और किसी से दो लाख रुपये खाते में डालने को कहा। इस पर परिवार के सदस्यों को आशंका हुई तो चार अप्रैल की रात नौबस्ता थाने में अपहरण और फिर फिरौती मांगने का मुकदमा दर्ज कराया।
पुलिस ने मुकदमा दर्ज करके तत्काल अलवर पुलिस से संपर्क किया और व्यापारी की लोकेशन के आधार पर तत्काल दबिश दी गई। जिससे अपराधी व्यापारी को छोड़कर फरार हो गए। पुलिस टीम यहां से तत्काल अलवर राजस्थान के लिए रवाना हो गई और वहां पहुंच चुकी है। वहां की विधिक कार्रवाई पूरी करने के बाद व्यापारी को लेकर कानपुर के लिए रवाना हो चुकी है।