दोहा। भारतीय फुटबॉल टीम को मंगलवार रात एशियाई चैम्पियन कतर के खिलाफ 2-1 से हार का सामना करना पड़ा, जबकि मैच में टीम अधिकतम समय आगे रही थी। कतर के खिलाफ इस हार ने भारतीय फुटबॉल टीम और फैंस का फीफा विश्व कप क्वालीफायर के तीसरे दौर में क्वालीफाई करने का सपना तोड़ दिया। यह एक ऐसा चरण था जहां तक भारतीय टीम पहले कभी नहीं पहुंची थी। इतना ही नहीं इस हार के कारण भारत को एएफसी एशियाई कप 2027 के लिए ऑटोमेटिक क्वालिफिकेशन नहीं मिल पाएगा।
मैच के बाद भारतीय कप्तान गुरप्रीत सिंह ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट में कहा, “हमें खुद पर भरोसा था। इतना कुछ हो जाने के बावजूद हमारे पास मौका था। टीम ने पूरी कोशिश की लेकिन नतीजा हमारे पक्ष में नहीं रहा। कतर के खिलाफ दुर्भाग्यपूर्ण परिणाम और बराबरी का यह गोल हमारे लिए सबक है कि हमें आगे किस तरह से खेलना है। आपको हर तरह से आक्रामकता दिखानी होगी। कोई भी हमें जीत को थाली में सजा कर नहीं देगा। हमें इसे हासिल करना होगा।” संधू ने टीम के प्रशंसकों की भी सराहना की, जिन्होंने हर परिस्थिति में टीम का साथ दिया है।
भारतीय कप्तान ने कहा, “इस अभियान के दौरान हमारा समर्थन करने वाले सभी लोगों का धन्यवाद, चाहे कितने भी उतार-चढ़ाव क्यों न रहे हों, आप सब ने हमारा समर्थन किया है। हम आपको हमेशा गौरवान्वित करेंगे।” भारत का फीफा विश्व कप क्वालीफायर के तीसरे दौर में क्वालीफाई करने का सपना एशियाई चैम्पियन कतर से विवादास्पद तरीके से 2-1 से हारने के बाद टूट गया। यह पूरा मामला मैच के 73वें मिनट में हुआ। भारतीय गोलकीपर गुरप्रीत ने कतर के खिलाड़ी युसूफ अयमन का एक हेडर रोका। इसके बाद गेंद गोल पोस्ट के पास लाइन के पार चली गई लेकिन अल हाशमी बॉल को अंदर लेकर आ गए, जिस पर अयमन ने गोल कर दिया। इसके बाद भारतीय खिलाड़ियों ने खेलना रोक दिया लेकिन रेफरी ने सीटी नहीं बजाई और कतर के खाते में गोल दे दिया।
रिप्ले में साफ दिख रहा था कि फुटबॉल लाइन को क्रॉस कर चुकी है, यानी यहां पर खेल रुक जाना चाहिए था। इस गलत फैसले के कारण भारत का ध्यान भटक गया और उसने अपनी लय खो दी। मैच में शुरुआत में आगे चल रही भारत 1-1 से बराबरी के बाद संघर्ष करता नजर आया। फिर, एशियाई चैम्पियन कतर ने 85वें मिनट में अहमद अल रावी की बदौलत अपना दूसरा गोल कर दिया और मैच अपने नाम करने में सफल रहा।