Friday, November 8, 2024

मुज़फ्फरनगर के खतौली में अतिक्रमण हटवाने के नाम पर पुलिसकर्मियों ने की अभद्रता, व्यापारियों में आक्रोश

खतौली। अतिक्रमण हटवाने के नाम पर कुछ पुलिसकर्मियों द्वारा चुनिंदा जगहों पर अभद्रता किए जाने से व्यापारियों में आक्रोश पनप रहा है। व्यापारियों ने पूरे कस्बे में एक समान अभियान चलवाकर अतिक्रमण हटवाये जाने की मांग जिलाधिकारी अरविंद मलप्पा बंगारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह से की है।

जानकारी के अनुसार कोतवाली के एक दरोगा और कुछ पुलिसकर्मियों द्वारा आजकल कस्बे में अतिक्रमण हटवाये जाने के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है। उपरोक्त दरोगा द्वारा कुछ चुनिंदा जगहों पर जीप रुकवाकर अपने साथी पुलिसकर्मियों से व्यापारियों के साथ दुर्व्यवहार कराया जा रहा है। अतिक्रमण हटवाने के नाम पर पुलिसकर्मियों द्वारा किए जा रहे अभद्र आचरण से व्यापारियों में आक्रोश पनप रहा है। व्यापारियों ने जिलाधिकारी अरविंद मलप्पा बंगारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह से अभियान चलवाकर पूरे कस्बे में एक समान अतिक्रमण हटवाये जाने की मांग की है।

उल्लेखनीय है कि कस्बे के जी टी रोड़, जानसठ रोड़, बुढ़ाना रोड़, स्टेशन रोड के अलावा बड़ा बाज़ार, बिद्दीबाड़ा बाज़ार, अशोका मार्किट अतिक्रमण के मकडज़ाल में फंसे हुए हैं। कुछ ढीढ व्यापारियों द्वारा सड़क पर अतिक्रमण करने से आए दिन होने वाली दुर्घटनाओं में लोग चोटिल होकर अस्पताल पहुंच रहे हैं। जानसठ तिराहे और बुढ़ाना तिराहे पर डग्गामार वाहनों के आड़े तिरछे खड़े होने से सड़क पर हर समय जाम लगा रहता है।

चर्चा है कि एक निश्चित समय पर फीलगुड होने के चलते लाल पीली पट्टी इस समस्या की अनदेखी करती रहती है। इसके अलावा जानसठ रोड पर खड़े होने वाले फलों की ठेलियों ने अतिक्रमण की समस्या में चार चांद लगा रखे हैं। चर्चा है कि जानसठ रोड़ के व्यापारी अपनी दुकानों के आगे ठेली खड़ी कराने के नाम पर फल विक्रेताओं से प्रति ठेली बीस से पच्चीस हज़ार की अवैध वसूली करते हैं।

चर्चा है कि फल विक्रेताओं द्वारा अच्छे मौसमी फल उपलब्ध कराने के चलते इस समस्या से भी व्यवस्था बनाने वाले जिम्मेदार आंखे फेरे रखते हैं। सड़क पर फैले ई रिक्शाओं का मकडज़ाल भी पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों को दिखाई नहीं देता है। वर्तमान में कस्बे की सड़कों पर बिना रजिस्ट्रेशन वाले बड़ी संख्या में अवैध ई रिक्शा धडल्ले से दौड़ रहे हैं। सोने पर सुहागा वाली बात यह है कि ई-रिक्शा चालक मामूली सी बात पर भी दुपहिया वाहन चालकों से गाली गलोच करने लगते हैं।

ई-रिक्शाओं के अवैध संचालन और इनके चालकों के दुस्साहस पर पुलिस का कोई अंकुश नहीं है। आरोप है कि सारा पुलिसिया रौब केवल व्यापारियों के लिए है। नागरिकों ने कस्बे में चारों और व्याप्त अतिक्रमण के जंजाल से मुक्ति दिलाने के लिए अवैध ई रिक्शाओं के संचालन पर प्रतिबंध लगाए जाने, जानसठ रोड और बुढ़ाना रोड पर खड़े होने वाले डग्गामार वाहनों को यहां से खदेड़े जाने, जानसठ रोड और स्टेशन रोड पर खड़े होने वाली फल सब्ज़ी की ठेलियों को इनके पालिका परिषद द्वारा पूर्व में निर्धारित किए स्थानों पर खड़ी कराये जाने की मांग जिम्मेदार पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों से की है।

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