शामली। जिले में कृष्णा नदी के जंगल में नौ जुलाई को एक युवक का शव मिला था। शव की शिनाख्त के प्रयास में पुलिस ने काफी प्रयास किए लेकिन शिनाख्त नहीं हो सकी था। जिसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। पुलिस तभी से ही घटना के खुलासे का प्रयास कर रही थी, रविवार को शामली पुलिस ने सर्विलांस के माध्यम से पूरी घटना का खुलासा कर दिया और इस वारदात में हत्यारा कोई और नहीं बल्कि मृतक युवक का मालिक ही निकला।
जिसने अपने सगे भाई, चाचा व एक अन्य रिश्तेदार के साथ मिलकर अपने ही नौकर की तनख्वाह मांगने पर गला घोट कर हत्या कर दी थी। सभी मृतक के शव को नदी के किनारे पर फेंक कर फरार हो गए थे। पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और जेल भेज दिया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से हत्या में प्रयुक्त रस्सी, अन्य सामान व शव को ले जाने के लिए प्रयोग की गई गाड़ी भी बरामद की है।
दरअसल आपको बता दे कि यह वारदात जनपद शामली के थाना कांधला क्षेत्र के गांव किवाना की है। यहां पर किवाना गांव में स्थित कृष्णा नदी किए किनारे पर गत 9 जुलाई को एक अज्ञात युवक का शव मिलने से सनसनी फैल गई थी। युवक का शव मिलने की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक युवक के शव को पहचान न होने पर कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम पर भेज दिया था और मामले की तहकीकात में जुट गई थी।
रविवार को पुलिस ने सर्विलांस के माध्यम से पूरी घटना का खुलासा कर दिया। एसपी शामली रामसेवक गौतम ने बताया कि पुलिस के पास सिर्फ एक अज्ञात शव था जिसकी हत्या कर फेंका गया था। पुलिस टीमों ने जब कार्रवाई शुरू की तो हत्यारोपियों का भी पता चल गया और हत्या का कारण भी, मृतक का नाम मोहम्मद था, हत्यारोपियों को सिर्फ उसका नाम पता था वह कहां से आया था और कहां का निवासी है इसके बारे में न कभी हत्यारोपियों ने पूछा और न ही मोहम्मद ने बताया था। यह घटना 8 जुलाई की है जो कि जनपद मुजफ्फरनगर के थाना भोरा कला क्षेत्र के गांव मोहम्मदपुर राय की है।
हत्यरोपी अनिरुद्ध ने बताया कि मोहम्मद नाम का एक लडका उनके पास से करीब नौ महीने से 6000 रुपये प्रति माह में नौकर था। कुछ दिन से मोहम्मद अपनी तनख्वा मांग रहा था और कहीं अन्य जगह पर काम करने की बात कर रहा था। 8 जुलाई की शाम को भी खेत में मोहम्मद ने उनसे अपनी तनख्वा मांगी। जिसको लेकर अनिरुद्ध को गुस्सा आ गया और उसने नौकर मोहम्मद की रस्सी से गला घोटकर हत्या कर दी। हत्या के बाद वह चुपचार घर आया और भाई अक्षय व चाचा मगनवीर को घटना बताई।
अनिरुद्ध ने अपने मौसा अमित मलिक निवासी सल्फा को व्हाट्सअप कॉल करके पूरा मामला बताया। अमित मलिक के कहने पर वह शव को कार में डालकर सल्फा में अमित के पास पहुंचे और अमित को लेकर उसके कहने पर किवाना में नदी के पास शव को फेंक दिया और वापस अपने गांव लौट गए। अगले दिन हत्यारोपियों ने गांव में अफवाह फैला दी कि उनका नौकर चला गया।