मुंबई। बॉम्बे हाई कोर्ट ने हाविकास आघाड़ी के महाराष्ट्र बंद के आह्वान पर रोक लगा दी है। इसके बाद महाविकास आघाड़ी ने शनिवार को आहूत राज्यव्यापी बंद वापस ले लिया है और मुंह पर काली पट्टी बांधकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन का फैैसला किया है। शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा कि महाविकास आघाड़ी के सभी घटक दल मुंह पर काली पट्टी बांधकर शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करेंगे।
शनिवार को सुबह 11 बजे शिवसेना भवन के सामने मुंह पर काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट के आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में जा सकते थे, लेकिन अभी सही समय नहीं है। जितनी तत्परता से हाईकोर्ट ने बंद के खिलाफ आदेश सुनाया है, उतनी ही तत्परता से अपराध के मामले पर भी फैसला आना चाहिए। हाईकोर्ट का आदेश हमे मान्य नहीं है, लेकिन फिर भी मैं कोर्ट के आदेश का सम्मान करता हूं।
बता दें कि बंद का आह्वान विपक्षी गठबंधन महाविकास अघाड़ी (मविआ) ने ठाणे के बदलापुर में एक स्कूल में दो बच्चियों के यौन उत्पीड़न के विरोध में 24 अगस्त को किया था। शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा है कि अब मविआ के नेता और कार्यकर्ता पूरे राज्य में जगह-जगह मुंह पर काली पट्टी बांधकर और हाथों में काला झंडा लेकर प्रदर्शन करेंगे। गौरतलब है कि बदलापुर के एक स्कूल में दो बच्चियों के साथ रेप की घटना सामने आई थी। स्कूल के सफाई कर्मचारी पर दुष्कर्म का आरोप है। यौन उत्पीड़न की घटना 12 और 13 अगस्त की है। स्कूल के शौचालय के सफाई कर्मचारी अक्षय शिंदे ने बच्चियों का यौन उत्पीड़न किया था।
घटना के सामने आने के बाद ठाणे में भारी विरोध प्रदर्शन हुए। बदलापुर के लोग न्याय के लिए सड़कों पर उतरते नजर आए। पूरे प्रदेश से मांग हो रही है कि आरोपियों को कड़ी सजा दी जाए। इस मामले में जांच समिति ने अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंप दी है। रिपोर्ट के अनुसार दोनों बच्चियों का हाइमन टूटा हुआ था। बताया जा रहा है कि 15 दिनों में दोनों बच्चियों के साथ कई बार यौन उत्पीड़न हुआ था।