मुजफ्फरनगर। मारपीट के एक मामले में भाजपा नेता के पुत्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने पर पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाते हुए भाजपाइयों ने आज दिन में मंडी कोतवाली का घेराव किया, एक घंटे तक मंडी कोतवाली प्रभारी बबलू सिंह वर्मा ने वार्ता करने का बहाना बनाकर कोई कार्रवाई न करके पांच दिन में मामला निपटाने का आश्वासन देकर थाने से रवाना कर दिया था लेकिन देर रात दबाव पड़ने पर आखिर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है।
उल्लेखनीय है कि एक सप्ताह पूर्व भाजपा के मीडिया प्रभारी प्रवीण शर्मा की जानसठ रोड फ्लाईओवर के नीचे स्थित हिंद ट्रांसपोर्ट कंपनी पर अख्तर नाम के ड्राइवर की भाडे को लेकर प्रवीण शर्मा के पुत्र हर्ष शर्मा व एक अन्य से मारपीट हो गई थी। इस मामले में प्रवीण शर्मा व अख्तर ने अलग-अलग तहरीर मंडी कोतवाली में दी थी, जिस पर पुलिस ने अख्तर की तहरीर पर तो हर्ष शर्मा व एक अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया था, जबकि प्रवीण शर्मा की तहरीर को रद्दी की टोकरी में डाल दिया था ।
इस घटनाक्रम से भाजपा नेता प्रवीण शर्मा को बडा झटका लगा और उन्होंने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को इस मामले से अवगत कराया, लेकिन कोतवाल ने किसी की नहीं सुनी। पुलिस की कार्यप्रणाली से आक्रोशित होकर आज प्रवीण शर्मा ने भाजपा नेता वैभव त्यागी, सुषमा पुंडीर, सुनील सिंघल, सुनील दर्शन, रोहताश पाल, नरेन्द्र सिंह आदि समेत दर्जनों कार्यकर्ताओं के साथ मंडी कोतवाली प्रभारी बबलू सिंह वर्मा से मुलाकात की और अपनी तहरीर पर मुकदमा दर्ज करने की मांग की, जिस पर कोतवाल उन्हें घंटों टरकाते रहे और फिर पांच दिन में मामला निपटाने का आश्वासन देकर थाने से रवाना कर दिया। पुलिस के इस व्यवहार से भाजपा नेता प्रवीण शर्मा और उनके साथ आए नेता मायूस होकर लौट आए।
प्रवीण शर्मा का कहना था कि यह बेहद अफसोसजनक है कि कोतवाल ने उन्हें घंटों थाने में बैठाया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की। यह स्थिति तब है, जब इस प्रकरण की जानकारी पार्टी के सभी वरिष्ठ नेताओं को थी और मंत्री कपिल देव, जिला पंचायत अध्यक्ष वीरपाल निर्वाल व पूर्व मंत्री संजीव बालियान ने भी कोतवाल से सिफारिश की।
इस संबंध में भाजपा जिलाध्यक्ष सुधीर सैनी का कहना था कि किसी भी कार्यकर्ता का उत्पीडन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, यह मामला अभी तक उनके संज्ञान में नहीं था। अब मामले की जानकारी ली गई है, जिसमें कड़ी कार्रवाई कराई जाएगी।
यह मामला आज रॉयल बुलेटिन में प्रकाशित हुआ तो शहर में चर्चा का विषय बन गया जिसके बाद देर रात आखिर पुलिस ने बीजेपी नेताओं की तहरीर पर भी मुकदमा दर्ज कर लिया है।