मुजफ्फरनगर। जनपद में पिछले तीन दिनों से लगातार बारिश व ओलावृष्टि होने से जहां ठंडक बन गई है, वहीं कई जगह ओलावृष्टि के चलते फसलों को भी नुकसान पहुंचा है। आज देर शाम बारिश के दौरान तेज हवा चलने से गेंहू व सरसों की फसलों को काफी नुकसान हुआ है, जिससे किसानों के चेहरे मुरझा गये है।
सोमवार को तेज हवा के साथ झमाझम बारिश शुरू हो गई। बारिश होने से तापमान में हल्की गिरावट महसूस हुई। तेज हवा के साथ बारिश होने के चलते खेतों में पक रही गेहूं और सरसों की फसल को नुकसान पहुंचने का अंदेशा हो गया है, जबकि गन्ने की बुवाई भी प्रभावित हो सकती है।
मुजफ्फरनगर में पौने दो लाख हेक्टेयर कृषि भूमि पर गन्ने की खेती की जाती है। गेहूं और सरसों की फसल काटकर गन्ने की बुवाई होती है। यह मौसम गन्ने की बुवाई का चल रहा है। खेतों में गेहूं और सरसों की फसल पककर तैयार है। ऐसे में पिछले तीन दिनों से जिले में बेमौसम की बरसात हो रही है।
सोमवार को भी तेज हवाओ के साथ बारिश हुई, जिसके चलते शहर में लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में गेहूं की फसल तेज हवा से प्रभावित हुई। खेतों में फसल पकने के कारण उनकी कटाई का समय आ गया है, लेकिन बारिश के चलते खेतों में पानी भर रहा है। गेहूं और सरसों की फसल कटाई के बाद गन्ने की बुवाई होगी, लेकिन बेमौसम की बरसात गन्ने की बुवाई को प्रभावित कर रही है।
गन्ना प्रसार केंद्र के संयुक्त निदेशक डॉ. जेपी सिंह का कहना है कि बारिश के चलते गेहूं की फसल की कटाई विलंबित हो जाएगी, जिससे गन्ने की बुवाई में देरी होगी। इससे फसल प्रभावित होने के आसार पैदा हो सकते हैं। पिछले तीन दिनों के
दौरान जिले में 27 मिलीमीटर से अधिक बारिश दर्ज की जा चुकी है। हालांकि आसमान में बादल छाने के कारण तापमान अधिक प्रभावित नहीं हो रहा है।
महावीर चौक पर लगा भीषण जाम: