Wednesday, November 6, 2024

मुज़फ्फरनगर में बीजेपी के 4 पूर्व विधायको ने केशव के प्रोग्राम का किया बहिष्कार

मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर के मीरापुर उपचुनाव के लिए डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के शुकतीर्थ कार्यक्रम में एक विवाद उत्पन्न हो गया जब भाजपा के चार पूर्व विधायकों को मंच पर जाने से रोका गया।

सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि उनका सूची में नाम नहीं था, जिसके कारण उन्हें कार्यक्रम में प्रवेश नहीं दिया गया। इससे पूर्व विधायक नाराज़ होकर वापस लौट गए। इसको लेकर पूर्व विधायक की सीओ भोपा रवि शंकर पांडेय से कहासुनी भी हुई ।

इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिससे पार्टी के भीतर असंतोष की स्थिति बन गई है।

 

 

शनिवार को शुकतीर्थ में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की उपस्थिति में आयोजित ग्राम चौपाल, स्वयं सहायता समूह और युवा सम्मेलन कार्यक्रम में एक अप्रत्याशित घटना घटित हुई।

भाजपा के चार पूर्व विधायक उमेश मलिक, विक्रम सैनी, अशोक कंसल और प्रमोद ऊंटवाल जब कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे और मंच पर जाने का प्रयास किया, तो उन्हें सुरक्षा अधिकारियों ने रोक दिया।

नाम पूछने पर पाया गया कि उनके सूची में नाम ही नहीं थे, जिसके चलते उन्हें मंच पर प्रवेश की अनुमति नहीं मिली।

इससे पूर्व विधायक नाराज हो गए और आपत्ति जताते हुए वापस लौट गए। इनमें से एक पूर्व विधायक विक्रम सैनी ने आरोप लगाया कि जिलाध्यक्ष सुधीर सैनी ने जानबूझकर उनका नाम सूची में शामिल नहीं किया, जिससे उनका अपमान हुआ। इस मामले को वो शीर्ष नेतृत्व और मुख्यमंत्री के सामने उठाने की बात भी कर रहे हैं।

 

वहीं, जिलाध्यक्ष सुधीर सैनी ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया। उन्होंने कहा कि सुरक्षा व्यवस्था के तहत जो नाम दिए गए थे, वे आवश्यक थे और अनुशासन बनाए रखना सभी का दायित्व है ।

दरअसल केशव प्रसाद मौर्य के कार्यक्रम में 20 नेता मंच पर शामिल थे जिनमे भाजपा के पूर्व सांसद डॉ संजीव बालियान और राजपाल सैनी समेत रालोद के योगराज सिंह, अजित राठी, प्रभात तोमर और जिलाध्यक्ष संदीप मलिक आदि नेता शामिल थे।

पूर्व विधायक उमेश मलिक का कहना है कि उनके पास पार्टी की तरफ से ही संदेश आया था कि उन्हें उपमुख्यमंत्री के कार्यक्रम में रहना है और हेलीपैड पर उनका स्वागत भी करना है ।

विक्रम सैनी के मुताबिक उन्हें तो कार्यक्रम की सूचना ही सोशल मीडिया से मिली । अशोक कंसल और प्रमोद ऊंटवाल ने भी कहा कि उन्हें पार्टी की ओर से आज के कार्यक्रम के लिए बुलाया गया था और उन्हें कार्यक्रम में शामिल रहने के लिए कहा गया था लेकिन उन्हें मंच पर जाने का अवसर नहीं मिलेगा यह किसी ने नहीं कहा था।

प्रमोद ऊंटवाल ने बताया कि उन्हें तो पहले उपमुख्यमंत्री के निजी सचिव ने आने के लिए संदेश दिया था।

दूसरी तरफ पार्टी के जिला अध्यक्ष सुधीर सैनी ने बताया कि यह कार्यक्रम रालोद और भाजपा का सामूहिक कार्यक्रम था और मंच पर केवल 20 सीट थी इसलिए पूर्व विधायकों को पहले ही बता दिया गया था कि उन्हें केवल हेलीपैड पर स्वागत करना है, मंच पर उनको कुर्सी नहीं दी जाएगी ।

जबकि पूर्व विधायकों का कहना है कि उन्हें मंच पर जगह नहीं दी गई जबकि राष्ट्रीय लोकदल के पूर्व विधायक योगराज सिंह समेत भारतीय जनता पार्टी के श्री मोहन तायल और अचिंत मित्तल जैसे नेता मंच पर थे जिन पर पार्टी का कोई महत्वपूर्ण दायित्व भी नहीं है ।

पूर्व विधायकों का कहना है कि पूर्व सांसद संजीव बालियान का तो यह संसदीय क्षेत्र भी नही था फिर उन्हे भी मंच पर जगह क्यों दी गई ।

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