मुजफ्फरनगर। मीरपुर उपचुनाव के नामांकन चल रहे हैं,ऐसे में भी राष्ट्रीय लोकदल और भारतीय जनता पार्टी गठबंधन अभी तक भी अपने प्रत्याशी का फैसला नहीं कर पा रहे हैं, 25 अक्टूबर तक नामांकन होंगे।
भारतीय जनता पार्टी आला कमान की प्रबल संस्तुति के बाद भी शायद पूर्व सांसद राजपाल सैनी का टिकट खतरे में पड़ गया है ।
रॉयल बुलेटिन ने दो दिन पूर्व प्रकाशित किया था कि राजपाल सैनी का टिकट हो गया है और कुछ घंटे बाद ही टिकट घोषित कर दिया जाएगा।
इसके बाद राष्ट्रीय लोक दल में अंदरूनी रूप से हड़कंप मच गया और रालोद के नेता राजपाल सैनी को टिकट न देने पर अड़ गए हैं।
सूत्रों के मुताबिक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी व भाजपा के अन्य प्रमुख नेता राजपाल सैनी को मीरापुर सीट पर रालोद के टिकट पर चुनाव लड़ाने की पैरवी कर रहे हैं ।
बताया जाता है कि रालोद कोटे से कैबिनेट मंत्री अनिल कुमार और पूर्व मंत्री योगराज सिंह समेत कुछ अन्य नेताओं ने भी दो दिन पूर्व राजपाल सैनी के नाम पर सहमति दे दी थी, जिसके बाद राजपाल सैनी का नाम लगभग तय कर दिया गया था और संभावना थी कि बहुत जल्द राजपाल सैनी के नाम की घोषणा कर दी जाएगी।
भरोसे मंद सूत्रों के मुताबिक बिजनौर के सांसद चंदन चौहान समेत रालोद के अन्य दिग्गज नेता खुलकर विरोध में आ गए हैं और सभी ने एक स्वर में पार्टी सुप्रीमो जयंत चौधरी के सामने इस बात का दबाव बनाना शुरू कर दिया है कि राजपाल सैनी नहीं, बदले में चाहे जिसे टिकट दे दिया जाए।
इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी से सांसद चंदन चौहान की पत्नी याशिका चौहान समेत रालोद के वरिष्ठ नेता अजीत राठी, प्रभात तोमर गुड्डू, जिला अध्यक्ष संदीप मलिक, वरिष्ठ नेता रामनिवास पाल,पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष रमा नागर, संजय राठी आदि टिकट की लाइन में है।
रालोद सूत्रों के मुताबिक रालोद के सभी नेता इस जिद पर अड गए हैं कि राजपाल सैनी,जो अब भारतीय जनता पार्टी में है, उनको किसी भी कीमत पर टिकट नहीं दिया जाए, बदले में रालोद के ही किसी नेता को टिकट दे दिया जाए ।
बताया जाता है कि दूसरी तरफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत भाजपा के नेता राजपाल सैनी की जोरदार पैरवी कर रहे हैं। अब देखना है कि रालोद सुप्रीमो किसको सिंबल देते हैं।