मेरठ। आज यहां कैंसर की रोकथाम, उपचार एवं भविष्य के अनुसंधान में क्या नया है, के विषय पर आयोजित संगोष्ठी में देश विदेश के कैंसर विशेषज्ञों ने कैंसर रोग के कारण, निवारण एवं वर्तमान में नए अनुसंधान के बारे में अपने विचार रखे। सुभारती इंस्टीट्यूट ऑफ कैंसर मैनेजमेंट एंड रिसर्च सेन्टर द्वारा मनाए जा रहे पिंक अक्टूबर कैंसर जागरूकता माह के समापन के अवसर पर महारानी लक्ष्मीबाई प्रेक्षागृह में आयोजित संगोष्ठी में लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज नई दिल्ली के ओरल मैक्सिलोफेशियल सर्जरी निदेशक प्रो. डाॅ.प्रवेश मेहरा ने मुख कैंसर के बारे में जागरूकता प्रदान की।
उन्होंने कहा कि वर्तमान और भविष्य के दंत चिकित्सकों के बीच मौखिक कैंसर के बारे में जागरूकता मौखिक कैंसर का शीघ्र पता लगाने और रोकथाम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। उन्होंने कहा कि मौखिक कैंसर सिर और गर्दन के क्षेत्र में होने वाला सबसे आम प्रकार का कैंसर है, जो होठों या मौखिक गुहा के स्क्वैमस सेल उपकला से विकसित होता है। जो तंबाकू और शराब मुख कैंसर के विकास के लिए सबसे आम जोखिम कारक हैं। उन्होंने कहा कि मुख की नियमित सफाई कैंसर के रोकथाम में सहायक है। इसके उपचार हेतु रेडियोथैरेपी, सर्जरी से मुख के कैंसर का इलाज किया जा सकता है।
लंदन से ब्रेस्ट सर्जन डाॅ.सुनीता श्रोत्रिय ने ब्रेस्ट कैंसर के कारण एवं वर्तमान में इसके उपचार हेतु विस्तार से सभी का ज्ञान वर्धन किया। उन्होंने बताया कि पूरे ब्रिटेन में सरकार द्वारा मुफ्त मैमोग्राफिक स्क्रीनिंग हर 50 से 70 वर्ष की आयु की महिला का होता है और इसमें हर 3 वर्ष में महिला को इनविटेशन दिया जाता है कि आप आए और अपना मैमोग्राफी कारण जिनमें कोई कैंसर के लक्षण पाए जाते हैं उनकी बायोप्सी होती है और फिर उनका समुचित सुचारू रूप से इलाज किया जाता है जिससे वह महिला लंबे समय तक जीवित रहती हैं और उन्हें कैंसर के द्वारा मृत्यु या सीरियस गंभीर परिणाम होने से बच जाती है भारत में भी इस प्रकार की स्क्रीनिंग शुरू हो जाए तो हमारे देश में भी महिलाओं को काफी सुरक्षा हो जाएगी कैंसर के द्वारा मृत्यु से बचने की।