नई दिल्ली। भारत की रचेल ने 25 अक्टूबर 2024 को थाईलैंड में आयोजित मिस ग्रैंड इंटरनेशनल पेजेंट में इतिहास रचते हुए पहली बार देश को यह प्रतिष्ठित ताज दिलाया है। जालंधर, पंजाब की रहने वाली रचेल न केवल भारत की पहली मिस ग्रैंड इंटरनेशनल बनी हैं, बल्कि वह इस खिताब को जीतने वाली तीसरी एशियाई महिला भी हैं, जो अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है।
रचेल की मिस ग्रैंड इंटरनेशनल 2024 में जीत से पहले ही फिनाले में मौजूद दर्शकों के बीच “इंडिया-इंडिया” के नारों ने उनके प्रभाव और लोकप्रियता को उजागर कर दिया था। इससे साफ हो गया था कि रचेल ने न केवल जजों बल्कि सभी दर्शकों के दिलों में भी अपनी एक खास जगह बना ली थी।
फिनाले में टॉप 5 में कड़ी प्रतिस्पर्धा रही, जहां रचेल के साथ चार अन्य प्रतिभागियों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज की। फर्स्ट रनर-अप रहीं फिलीपींस की क्रिस्टीन जूलियाना ओपिआजा, सेकंड रनर-अप म्यांमार की थाए सु न्येन, थर्ड रनर-अप फ्रांस की सफीतो कबेंजेले, और फोर्थ रनर-अप ब्राजील की तलिता हर्टमन। इन सभी ने भी बेहतरीन प्रदर्शन किया, लेकिन रचेल का कॉन्फिडेंस और प्रभाव सबसे अलग दिखा।
इससे पहले, रचेल ने “सुपर टैलेंट ऑफ द वर्ल्ड” का खिताब भी अपने नाम किया था, जहां उन्होंने 60 अन्य प्रतिभागियों को पीछे छोड़ते हुए जीत हासिल की। इस प्रतियोगिता में उनके साथ पोलैंड की वेरोनिका नोवाक भी विजेता रहीं।
रचेल की यह उपलब्धि भारत के लिए बेहद गर्व का विषय है और उनकी मेहनत, आत्मविश्वास, और समर्पण को दर्शाती है। उनकी इस ऐतिहासिक जीत ने भारत को विश्व मंच पर एक नई पहचान दी है।
रचेल गुप्ता की मिस ग्रैंड इंटरनेशनल 2024 में जीत एक प्रेरणादायक यात्रा का परिणाम है। 1970 में जीनत अमान ने इस प्रतियोगिता में भाग लेकर “सुपर टैलेंट ऑफ द वर्ल्ड” का खिताब जीता था, और अब रचेल ने उसी प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन कर यह खिताब जीता है।
कॉस्ट्यूम राउंड में रचेल का “मां गंगा” के रूप में प्रदर्शन बेहद सराहनीय था। उनकी पोशाक, जिसे तान्या कोटनाला ने डिज़ाइन किया और आरताकराच डिजाइन्स ने फाइनल टच दिया, क्राउन, हॉलो और वेव्स के साइड फ्लैग्स के साथ एक प्रभावशाली लुक दे रही थी। इस कॉस्ट्यूम ने दुनियाभर में तारीफ बटोरी। इसके अलावा, हर राउंड में रचेल ने स्विमसूट और गाउन जैसे हर लुक में कॉन्फिडेंस के साथ अपना जलवा बिखेरा।
रचेल ने कम उम्र में ही पेजेंट वर्ल्ड में कदम रखा और अपनी फिटनेस व आत्मविश्वास के कारण तेजी से अपनी पहचान बनाई। उनकी सफलता भारत के पेजेंट इतिहास में एक नया अध्याय है और युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणादायक भी।