मथुरा। यूट्यूबर अभिनव अरोड़ा सात यूट्यूबर्स के खिलाफ एफआईआर की मांग को लेकर अदालत पहुंचे हैं। इस दौरान उनके साथ उनके माता-पिता भी मौजूद रहे। अभिनव अरोड़ा ने सोशल मीडिया पर उन्हें ट्रोल करने और धमकी देने का आरोप लगाते हुए मथुरा की एसीजेएम प्रथम की अदालत में वाद दायर किया है।
उन्होंने कहा, “मैं केस दर्ज नहीं करना चाहता था, लेकिन यूट्यूबर्स ने मुझे ऐसा करने के लिए मजबूर किया। मैं एक कहानी के माध्यम से समझाता हूं। भगवान राम का इरादा खर-दूषण को मारने का नहीं था, लेकिन खर-दूषण ने इतना उत्पात मचाया कि भगवान राम को मजबूर होना पड़ा। उनको न्याय के लिए आगे बढ़ना पड़ा। हमें धमकाया जा रहा है और मेरे साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है। इसका असर मेरे माता-पिता पर भी पड़ रहा है।
मेरी भक्ति को फर्जी करार दिया जा रहा है।” अभिनव अरोड़ा स्वामी रामभद्राचार्य की डांट के बाद सोशल मीडिया पर खूब ट्रोल हो रहे हैं। अभिनव अरोड़ा की कृष्ण भक्ति के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद लगभग सात यूट्यूबर्स ने अपने यूट्यूब चैनल पर उनकी भक्ति पर सवाल उठाए हैं। इस संबंध में अभिनव अरोड़ा के पिता तरुण अरोड़ा ने 19 अक्टूबर को भी मथुरा पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। मथुरा पुलिस द्वारा कोई सुनवाई न करने के कारण अभिनव अरोड़ा ने आज अपने परिवार के साथ मथुरा की एसीजेएम अदालत जाकर वाद दाखिल किया।
बाल संत अभिनव अरोड़ा की ओर से मां ज्योति अरोड़ा ने सोमवार को मथुरा के एसीजेएम कोर्ट में पहुंच कर सात यूट्यूबर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। परिवार का आरोप है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उनके बेटे को ट्रोल किया जा रहा है और जान से मारने की धमकी दी जा रही है। आज सुनवाई में अदालत ने पुलिस से एक्शन टेकन रिपोर्ट मांगी है कि अभी तक क्या कार्रवाई की गई है। इस मामले की अगली सुनवाई 6 नवंबर को होगी।
अभिनव अरोड़ा को लेकर जगतगुरु रामभद्राचार्य ने कहा, “मेरी कथा एक गंभीर विषय पर थी। उस बच्चे के व्यवहार में शरारत और संतों के सामने नृत्य करना शामिल था, यही कारण है कि मैंने उसे जाने के लिए कहा, क्योंकि यह मेरी गरिमा से संबंधित है। मैं इसे अच्छा नहीं मानता। मेरे मन में उसके प्रति कोई शत्रुता नहीं है। उसको जो धमकी मिल रही है, उस बारे में मैं कुछ नहीं जानता।”